हज नीति में इस सुझाव को तवज्जो दी जा रही है कि अमीर लोगों के बार बार हज यात्रा पर जाने के चलन को आगे बढ़ाने के बजाय जीवन में एक बार ही हज यात्रा पर जाने का प्रावधान किया जा सके।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि इस बारे में विभिन्न पक्षकारों के साथ चर्चा की गई है और यह सुप्रीम कोर्ट के साल 2012 के आदेश के अनुरूप आगे बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बताया कि अमीर लोग कई बार हज यात्रा पर जाते हैं और गरीब लोग रह जाते हैं। ऐसे में गरीबो को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ये कदम उठाने का फैसला किया है।