बीआरडी मेडिकल में जब मासूमों की जान खतरें में आई तो डॉ कफील ही वो शख्स थे जिन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर के इंतजाम कर कई बच्चों की जान बचाई थी। आखिर में उन्हें ही 9 बच्चों की मौत का आरोपी बना दिया गया था।
अब जब मामलें की जांच हुई तो जाँच कर रहे अभिषेक सिंह ने कहा कि, ऐसा कोई सुबूत मिलता नहीं जिससे उनपर लगाये गए इल्जाम को सही ठहरा जा सके इसलिए उनके खिलाफ कोई मामला बनता ही नहीं है। गौरतलब है की इस साल अगस्त महीने में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में करीब 48 बच्चों की मौत हो गई थी। जिसे लेकर योगी सरकार की जमकर आलोचना हुई थी।