यही कारण है की 2014 के लोकसभा चुनावो में प्रधानमंत्री मोदी ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया और वादा किया की उनकी सरकार बनने के बाद हर साल 1 करोड़ बेरोजगारों को नौकरी दी जाएगी. अब मोदी सरकार बने तीन साल हो चुके है लेकिन कितनो बेरोजगारों को नौकरी दी गयी यह सबको पता है. विपक्ष पहले ही इस मुद्दे को लेकर सरकार को सदन और सड़क पर कई बार घेर चुकी है. एक नई रिपोर्ट के मुताबिक पिछले सात महीने में देश के अन्दर 30 लाख लोगो की नौकरी चली गई.
जो जुलाई 2017 में घटकर 1.37 करोड़ रह गयी. अब इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल है की यह खबर देश के लिए दिलासा देने वाली है या चिंता में डालने वाली. क्योकि अगर लोग नौकरी की चाह न रखकर अपना व्यवसाय अपना रहे है तो अच्छी बात है लेकिन अगर बेरोजगारों ने इस बात की आस ही छोड़ की उन्हें नौकरी नही मिलेगी तो हो सकता है की वो अपराध के क्षेत्र में भी कूद जाये. जो देश के लिए सही खबर नही है.