नई दिल्ली में 64वें नेशनल फ़िल्म अवॉर्ड की घोषणा कर दी गई है। अक्षय कुमार को उनके 2016 की फ़िल्म रुस्तम के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड दिया गया है। उनको मिले इस अवॉर्ड पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है।
ट्विटर पर लोगों ने अक्षय कुमार को यह पुरस्कार दिए जाने पर सवाल उठाए हैं। ट्विटर राष्ट्रीय पुरस्कार समिति द्वारा फिल्म ‘दंगल’ में पहलवान का किरदार निभाने वाले आमिर की जगह अक्षय कुमार को फिल्म ‘रुस्तम’ के लिए चुनने पर सवाल उठा रहा है।
प्रीतम वर्मा नाम के ट्विटर यूज़र ने लिखा, “आमिर खान की जगह अक्षय कुमार को नेशनल अवॉर्ड दिया जाना उसी तरह है जैसे जनरल कैटेगरी वालों की जगह आरक्षित लोगों को चुना जाता है”।
अनुग्रह मिश्रा ने तंज़ कसते हुए लिखा, “अक्षय कुमार को नेशनल अवॉर्ड नहीं नेशनलिज़्म अवॉर्ड मिला है”।
एंजीनर्ड नाम के एक ट्विटर हैंडलर ने लिखा, ”अक्षय कुमार को बेस्ट ऐक्टर का अवॉर्ड मिलना चौंकाता नहीं है। कजारिया टाइल्स बेचने से लेकर सैनिक की भूमिका निभाना आसान नहीं है”।
रॉफल गांधी ने इस मुद्दे पर कटाक्ष करते हुए लिखा, “नेशनल अवॉर्ड्स ऑफ स्क्रीन एक्टिंग के लिए देती है सरकार”।
वहीं नेशनल अवॉर्ड जूरी के चेयरमैन प्रियदर्शन ने बताया था कि बेस्ट एक्टर के लिए पहली पसंद अक्षय कुमार और मोहनलाल थे। मोहनलाल को जूरी अवॉर्ड दिया गया है। अक्षय को उनके असल जिंदगी के किरदारों को निभाने की क्षमता के आधार पर यह पुरस्कार दिया गया है।
प्रियदर्शन ने यह भी कहा कि जूरी ने ‘दंगल’ को दो बार देखा था। उन्होंने कहा, ‘मुझे याद है ‘दंगल’ को देखा था लेकिन वह रीजनल सिनेमा के आगे प्रोडक्शन और कंटेंट के मामले में नहीं टिकी।’
CITY TIMES