-तस्वीरो में देश का भविष्य-
किसने कहा राजनीति मत करों ?
किसने कहा वोट मत दो ?
किसने कहा यह संवैधानिक अधिकार नहीं हैं ?
किसने कहा गैर बराबरी व असमानता नहीं हैं?
किसने कहा संवैधानिक अधिकार पाकर राजनैता असंवैधानिक नहीं होते ?
हर समस्या का समाधान जब संविधान हैं ,हर पद के लिए संविधान आवश्यक हैं,तो संविधान का ख्याल संवैधानिक पदो पर बैठे लोगो को हैं ?
ऐसा नहीं हैं तो वे क्या संविधान द्रोह या राष्ट्र द्रोह नहीं कर रहे?
अगर ऐसा कर रहे हैं तो उन्हें कतई अधिकार नहीं हैं हमारे संवैधानिक अधिकर से तमाम सुविधाए प्राप्त करने की |
यह जो तस्वीरे देख रहें हैं ना ये वो तस्वीरे हैं जो मानवता को शर्मसार कर रही हैं ये लोकतांत्रिक ,गण राज्य के गणनायको की तस्वीरे हैं |
एक टोप और बोटम पर ,,,,कब तक ये राजनीति चलेगी ?
-सुरेश भंगी
CITY TIMES