ओवेसी के बयान पर भड़के जुम्मन मुसलमानों की हत्याओं के वक्त अम्मा की बरात में थे ? -सोशल मीडिया

Social Diary

Imtiyaz Ahmad Chaudhary
आज का #जुम्मन और #मुसंघी ज्ञान ।।
भाजपा को जिताने के लिए किसी भाजपाई को प्रचार की आवश्यकता ही नहीं है #ओवैसी अकेले विरोध करके जिता देंगे भाजपा वाले 40 हेलिकाप्टर तो इनके अम्मा के बारात मे लेकर जाते


Soni Sanni
आज का जुम्मन ज्ञान :pभाजपा को जिताने के लिए किसी भाजपाई को प्रचार की आवश्यकता ही नहीं है ओवैसी अकेले विरोध करके जिता देंगे :p
भाजपा वाले फालतू में 40 हेलिकॉप्टर उड़ाते हैं।

जुम्मन मियाँ कहिन हैं :p
ओवैसी के 15 मिनट से वे एकजुट हो गए, नफरतें बढ गईं… ये 70 सालों से सुन सुनकर एकजुट नहीं हो पाए और ना कहीं कोई नफरत बढी।
#एकजुटता_का_फार्मूला

Faheem Ahmad Fida
मे उवैसी का भक्त नही हूं लेकिन जंतर-मंतर पर हजारो लोग 3 दिन से चिल्ला चिल्लाकर मुझाहिरह कर रहे थे किसी ने नही सुनी हैदराबाद से एक आवाज आई पूरे भारत ने सुना ।
शायद इसीलिए मे इस बयान से सहमत हूं

Ishrat Khan
अकबरुद्दीन का बयान आया
ओ VHP, RSS और मोदी यह मुल्क किसी एक का नही यह सबका है अगर हिदू तिलक लगा कर घूम सकता है तो मुसलमान भी टोपी लगा सकता है,

मेरी कट्टरर सहमति

गहरी नींद में सोए सभी सेकुलर लोग जाग गए मानती हुँ कहने का अंदाज आपत्ति जनक है_______________ लेकिन बात तो बिल्कुल सही है यह मुल्क किसी के बाप की जागीर नही है अगर मुल्क में हिंदू तिलक लगा कर घूम सकते हैं तो मुसलमान भी टोपी लगा कर घूम सकता है ।।

RSS-BJP प्रायोजित हिंदू आतंकवादियों ने 52 चाकू घोपे थे जुनैद के शरीर में
सुनिए
जब तक लाश उठाते रहोगे यह हमारी लाशें बिछाते रहेंगे गिड़-गिड़ाना छोड़ दो इंसाफ नही मिलेगा
अब एक भी मुस्लिम मारा गया तो पीएम आवास पर जनाजा छोड़ जाओ
इंसाफ होगा अब हम झुकेंगे नही संघी सरकार को झुकाएंगे ।।


Nadeem Akhter
आप अकबर के बयान की आलोचना कर सकते हैं, उसके बयान के कन्टेट या तरीक़े से असहमत हो सकते हैं लेकिन उसके बयान से भाजपा मज़बूत होती है या हिन्दू संगठित होते हैं, इस बात मे 1% भी दम नही, न मै सहमत हूँ, वजह ? जब आडवाणी के पीछे भाजपा मज़बूत हुई थी, हिन्दू संगठित हुये थे तब कौन से अकबर ने बयान दिया था ? मोदी जब प्रधानमंत्री पद के सबसे चहेते उम्मीदवार बनकर उभरे उसकी वजह किसी अकबर / आज़म का बयान था या कुछ और ? तुम्हें ख़ूब पता है उनकी लोकप्रियता की वजह क्या है ? योगी, यू पी मे क्यों सी एम का चेहरा बने उसकी वजह क्या अकबर के बयान थे ? नही बिलकुल नही, उसका भी तुम्हें पता है, यह सही है कि भाजपा बयानो से मज़बूत होती है मगर अकबर के नही, साध्वी, साक्षी, कटियार, तोगड़िया वग़ैरह बहुत हैं उनके पास, हिन्दुओ को संगठित करने के लिए उन्हें किसी अकबर के बयान की ज़रूरत नही इसके लिए उनके पास मंदिर / मस्जिद, क़ब्रिस्तान / शमशान, तलाक़, कश्मीर, पाकिस्तान, इस्लामी आतंकवाद का हव्वा जैसे बहुत से मुद्दे हैं, उनके पास एक बेरहम भीड़ भी है जिसके पास नफ़रत के ज़हर मे बुझे धारदार हथियार भी हैं जो कभी भी तुम्हारे सैक्युलर जिस्म मे घप्प से घुस सकता है ,एक बात और समझ नही आती भाजपा के मज़बूत होने की फ़िक्र सबसे ज़्यादा मुसलमानों को ही रहती है, कभी तथाकथित सैक्युलर पार्टियों को इस बात की फ़िक्र नही रहती जबकि सत्ता की मलाई उन्ही के हाथ से गयी है, अगर मुस्लिम बुध्दिजीवियों को लगता है कि अकबर के बयान से सैक्युलर हिन्दू हमारा साथ छोड़ देगा तो मेरे भाइयों जब आपको समझ आता है कि अकबर भाजपा का एजेंट है तो सैक्युलर हिन्दू की समझ क्यों नही आयेगा ? फिर वो क्यों साथ छोड़ देगा ? क्या आप सैक्युलर हिन्दू से ज़्यादा राजनीति जानते हैं ? वैसे आप कौन से सैक्युलर हिन्दू की बात कर रहे हैं ? जो प्रदर्शन मे आपके साथ है , तो मोब लींचिग के वक़्त वो सैक्यूलर हिन्दू कहां होता है ? वो प्रदर्शन मे तो आ रहा है पर जान बचाने नही आ रहा, कभी इस बात पर ग़ौर किया ? एक दो सैक्युलर हिन्दू गवाही के लिए ही ढूंढ लो, कितने भोले हो तुम ? मुल्क मे नफ़रतों के लिए 90 साल से की जा रही मेहनत को दरकिनार करके उसका ठीकरा तुम एक अकेले अकबर के सिर फोड़ देते हो, सच मे बहुत भोले हो..


इशरत खान

बंगाल की घटना पर बस इतना कहना है कि कानून अपने हाथ मे लेने का हक किसी को
नहीं, लेकिन ये बात क्या सिर्फ़ हम पर ही लागू होगी या बाकी लोगों पर भी ?

माॅब
लिंचिंग पर तो आप निहायत कमीने तरीके से हत्यारी भीड़ को जस्टीफाई करने मे
पूरी जान लड़ा देते हैं लेकिन जैसे हमलावर समुदाय अल्पसंख्यक होता है तब
आपको कानून, संविधान, देश सब याद आने लगता है, अकबर ओवैसी हेट स्पीच दिए तो
जेल गए, ईमानदारी से बताइए अकबर ओवैसी के सापेक्ष जितने भाजपा, संघ, तमाम
कट्टरपंथी हिन्दू संगठनो ने मुसलमानों के खिलाफ अभद्र टिप्पणियाँ की उनमे
से कितनो को जेल भेजा गया? शायद रेशियो 10 के सापेक्ष 1 भी नहीं होगा ।

मुझे
पता है भाजपा बंगाल मे जड़ जमाने की कोशिश कर रही है और उसके पास हिन्दू –
मुसलमान दंगो , समुदाय मे नफरत के अलावा कोई बेस नहीं ।

बंगाल के
मुसलमानों को ये समझना चाहिए कि बजाए उस व्यक्ति को पत्थर मारने की डिमांड
करने और तनाव पैदा करने के , एक बढ़िया वकील किजिए, बेल मे घोर विरोध
किजिए, फास्ट ट्रैक कोर्ट मे ट्रायल की मांग करिए , एक बात समझ लीजिए कोई
आदमी अगर साल दो साल मे सजा पा गया तो उसकी सात नस्ले हेट स्पीच करने से
परहेज कर लेंगी।
बाकी सब कुशल मंगल देश मे है ही।
Sarfaraj bhai ki diwar se

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CITY TIMES

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