जकात और दान में बहुत फर्क है.
जकात (Due) देना हर मुसलमान को फर्ज है.
जकात उन लोगो को दिया जाता है जो मजबूर, मुफलिस, गरीब जरूरतमंद हो. और यह लोग जकात के हकदार है. और मालदार इनके कर्जदार है.
दान देना या ना देना अपनी मर्जी पर निर्भर करता है.
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