लफ्जों में चेतावनी दिया रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हिंसा रोके वरना
म्यांमार परिणाम भुगतने को तैय्यार रहे रोहिंग्या जुल्म के खिलाफ कुछ देश
जाग रहे हैं परंतु देर हो गई बहुत नुकसान हो गया खैर
तुर्की के
राष्ट्रपति के लिए मेरे पास शब्द नही सिर्फ इतना कहूंगी जब भी नेक इंसानों
का जिक्र होगा मेरे जुबान पर जनाब ईर्दगान का नाम होगा -इशरत खान
इसी बीच ह्यूमन राइट्स वॉच ने संयुक्त राष्ट्र (संयुक्त राष्ट्र) सुरक्षा परिषद से म्यांमार के रोहंग्या मुसलमानों पर कार्रवाई के लिए एक आपात बैठक आयोजित करने की मांग की। ह्यूमन राइट्स वॉच के निदेशक दक्षिण एशिया मीनाक्षी गांगुली ने कहा कि बर्मी सेना के हमलों से और दुर्व्यवहार से रोहिंगिया शरणार्थियों को भागने के लिए मजबूर होना पड़ा. उनके गांवों को नष्ट कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और संबंधित सरकारों को अब म्यांमार को रोहिंग्या के खिलाफ इन भयावह अत्याचारों को खत्म करने की आवश्यकता है.