बर्लिन। जर्मनी में जहाँ के लोगों में इस्लाम को जानने को लेकर इतना उत्सुकता है कि उनके लिए मस्जिद जाना उनकी दिनचर्या का एक हिस्सा बन गया है। मस्जिद में गैर मुस्लिमों का खुले दिल से स्वागत कर मुस्लिमों ने भी अपने भाइयों/बहनों को पूरे दिल से स्वीकारा है।
इस सब की शुरुआत हुई है ‘ओपन मोस्क डे’ नाम के के कार्यक्रम के बाद से। इस कार्यक्रम को साल में एक बार देश की इस्लामिक संस्थाओं द्वारा आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम का मकसद इस्लाम के प्रति लोगों में समझ पैदा करना है।
इस कार्यक्रम के बारे में बताते हुए तुर्की के इस्लामिक संस्था के प्रमुख अहमत फुआत कांदिर कहते हैं: “मध्य पूर्व में चलते आ रहे तनावपूर्ण माहौल और दुनिया भर में हो रहे आतंकवादी हमलों को इस्लाम के साथ जोड़ने की साजिश के चलते लोगों में इस्लाम को लेकर खौफ नज़र आ रहा था।
इसी खौफ को मिटाने और लोगों को इस्लाम की शिक्षाओं से रूबरू करवाने के लिए हमने यह कार्यक्रम शुरू किया था जिसके नतीजे काफी अच्छे रहे हैं।“
CITY TIMES