आजतक का इतिहास है जब किसी को जांच के लिए हिरासत में लिया जाता है पुलिस और अदालत से पहले उन्हेंमीडिया आतंकवादी घोषित करती है. अगर वह मुसलमान हो. क्यों न ऐसे मीडिया पर कानूनी कारवाई की जाए. ?
Farrah Shakeb
देवबंद से कल सुबह ऊठाये गए लड़कों के सम्बंध में आज के तमाम हिंदी ( उग्र हिन्दू ) अखबारों की खबरें देखिये और ख़ूब कोसिए इन बीमार सुपारी पत्रकारों को .. लेकिन कोई परिवर्तन नही आएगा, कल फिर कोई लड़का उठेगा और ये दंगाई अख़बार फिर उसे कोर्ट का फैसला तो छोड़िए कोर्ट में पेश होने से पहले आतंकवादी लिखेंगे.. एक लीगल सेल बनाइये, और दबोचिये इन दंगाई, गोदिया, संघी पत्रकारों को ..
Ishrat Khan
कल 6 अगस्त पकड़े गए देवबंद के तीन क्षात्रों को पूछ-ताछ के लिए ATS ने हिरासत में लिया था 24 घंटे के अंदर उन्हे छोड़ दिया उनके खिलाफ नही मिला कोई आतंकवाद का कनेक्शन मनुवादी मीडिया लिख रही है खुंक्यात आतंकवादी दबोचा गया आतंकवादी कहने की इतनी भी क्या जल्दी रहती है कल के न्यूज में यह मीडिया यह नही लिखेगी कि पकड़े गए क्षात्र निर्दोष थे. जिस दिन देश की जनता मीडिया को दौड़ा-दौड़ा कर पीटने लगेगी यकीन मानिए देश की 45% समस्या खुद बा खुद हल हो जाएगी ।।
यूपी एटीएस द्वारा देवबंद से आतंकवाद के आरोप में पकड़े गए तीनों छात्रों को रिहा कर दिया गया है। जांच में पता चला कि इन तीनों छात्रों का आतंकवाद से कोई संबंध नहीं है। मिली जानकारी के मुताबिक, बीते कल (रविवार) जिन तीन छात्रों को देवबंद थाना क्षेत्र से आतंकी गतिविधि को अंजाम देने के शक में गिरफ्तार किया गया था, उन्हें आज (सोमवार) एटीएस द्वारा की गई पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया गया।
एटीएस ने बताया कि छानबीन और पूछताछ में पता चला कि इन छात्रों का आतंकवाद से कोई कनेक्शन नहीं है। फिलहाल एटीएस ने तीनों छात्रों को देवबंद इंस्पेक्टर के हवाले किया है। हालांकि, इस बाबत हमारी बात अभी तक किसी अधिकारी से नहीं हो सकी है।
बता दें कि पकड़े गए इन छात्रों में से 2 कश्मीर के रहने वाले हैं। जबकि एक आरोपी बिहार का रहने वाला है। यह लोग पिछले काफी समय से देवबंद में रह रहे थे।