हमारे समाज में कई धर्मो और समुदाय के लोग रहते है | और सभी समुदाय के अलग-अलग रीती रिवाज होते है | कुछ जाती समुदाय के रिवाज तो ऐसे होते है जिसमे महिलाओ को केवल उपभोग की वस्तु समझा जाता है | और वो अपनी बहु-बेटियों से पैसों के खातिर धंधा करवाते है |
और करना पड़ता..
जी हां आज हम आपको आधुनिक भारत के एक ऐसे समुदाय के बारे में बताने जा रहे है | जिसमे रीती-रिवाज़ो के नाम पर अपनी घर की बहुओं से रात के अँधेरे में धंधा करवाया जाता है | और रात को गैर मर्दो के साथ सोने को मजबूर किया जाता है |
इस जाती (समुदाय) को “परना” नाम से जाना जाता है |
और करना पड़ता..
जी हां आज हम आपको आधुनिक भारत के एक ऐसे समुदाय के बारे में बताने जा रहे है | जिसमे रीती-रिवाज़ो के नाम पर अपनी घर की बहुओं से रात के अँधेरे में धंधा करवाया जाता है | और रात को गैर मर्दो के साथ सोने को मजबूर किया जाता है |
इस जाती (समुदाय) को “परना” नाम से जाना जाता है |
आज हम बात कर रहे है दिल्ली के नफजगढ़ की जहा एक ऐसे समुदाय के लोग रहते है, जो रीति रिवाज़ के नाम पर अपनी बहुओं से दुसरो के बिस्तर गर्म करवाते है | नफजगढ़ के प्रेमनगर बस्ती में रहने वाले “परना समुदाय” के लोग अपनी घर की बहुओं से कई सालों से ये गंदा काम करवाते आ रहे है | और किसी महिला का इस काम का विरोध करने पर उस महिला को उसके घर वापिस भेज दिया जाता है | अगर कोई महिला ये काम करने से मना कर देती है, तो उसे प्रताड़ित किया जाता है, मारा पीटा जाता है |
यही नहीं काम के साथ-साथ उन महिलाओ को अपने घर का भी सारा काम संभालना पड़ता है | अपने परिवार का पूरा काम करने के बाद वे ग्राहकों की तलाश में निकल जाती है | और इसके बाद वे रातभर उनके साथ रहती है | इन महिलाओ को ग्राहकों को खुश करने के लिए उनके साथ भेजा जाता है |
सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि.इस समुदाय में लड़कियों कि शादी 12 से 15 साल कि उम्र में ही कर दी जाती है | इतना ही नहीं ये सब कुछ होने के बाद भी इस समुदाय में महिलाओ को घूँघट में रहना पड़ता है, इस समुदाय में महिलाओ को कुछ भी बोलने की आज़ादी नही है, बस उनसे काम करवाने तक का मतलब रखा जाता है | (साभार)
CITY TIMES