दुनियां मे करोड़ो मुसलमानो मे सच बोलनेवालो की कोई कमी नहीं है, मगर कोई सिद्दीक़े अकबर जैसा हो बताओ, -अंजली शर्मा

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आज के इस नफरत भाकरे दौर में अनेक लोग है जो नफरत की राजनीति करते है, विभिन्न धर्मो को आपस में लड़ाने की खुराफात लगातार करते रहते है. उनसांप्रदायिक मानसिकता वाले लोगो के मुह पर करारा तमाचा है अंजली शर्मा जो विभिन्न धर्मो में एकता, अखण्डता कायम रखने वाले लेख हमेशा लिखती रहती है. आज आपके लिए पेश है उनका एक लेख.

इंसाफ करने वालो की कमी नहीं मगर कोई फारूक़े आज़म जैसा हो तो बताओ,
आज दुनियां मे मालदारों की कमी नहीं मगर कोई उसमाने गनी जैसा हो तो बताओ,
बहादुरो की कमी नहीं मगर कोई मौला अली जैसा हो तो बताओ,
आज़ान पढ़ने वालो की कमी नहीं, मगर कोई बिलाल हब्शी जैसा हो तो बताओ।
करोडो मिलकर एक गुलाम की तरह नहीं बन सके तो नबीयो के ईमान की तरह कोई कैसे हो सकता है.
पहले इस्लाम को दिखाया जाता था, आज मुसलमान इस्लाम को समझा रहे है.।
पहले के लोगो की ज़िन्दगी मुकम्मल इस्लाम की तस्वीर थी, आज सिर्फ नाम रह गया है.
किसी दवा या टॉनिक के फायदे बताने से सिफा नहीं मिलती बल्कि उसे पीना पड़ता है. इस्लाम को पूरी तरह अपनाने के बाद ही तुम कामयाब हो सकते हो. सर से पांव तक और दिल से दिमाग तक तुम्हे सच्चा और पक्का मुसलमान बनना पड़ेगा.।

दौरे रिसालत का वह वाक़ीया याद करो. एक जंगल मे एक यहूदी अपनी बकरियां चरता था, अचानक एक भेड़िये ने बकरी पर हमला कर दिया, यहूदी ने दौड़कर बकरी को बचा लिया, तब भेड़िया इंसान की ज़ुबान में कहने लगा के रब ने मुझे रिज़्क़ दिया था मगर तूने उसे छीन लिया. भेड़िये को बोलते देख कर यहूदी को हैरत हुवी। भेड़िया कहने लगा के तुझे हैरत है के मै इंसानी ज़ुबान बोल रहा हूँ? मगर मुझे इस बात पर हैरत है के इन पहाड़ो के बीच एक नबी जलवागर है जो गैब की खबरे देते है और तू उन पर अबतक ईमान नहीं लाया? यह सुनते ही यहूदी नबी को मिलने के लिए तैयार हो गया. मगर उसने अपनी बकरियो की फ़िक्र की तो भेड़िया कहने लगा के जा तू नबी को मिलकर आ, तेरी बकरियो की हिफाज़त मै करुगा. यहूदी गया और नबी ए करिम सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम से मिला और मुसलमान होकर लोटा। तो उसने देखा के भेड़िया बकरियो की हिफाज़त बराबर कर रहा है।

हज़रते सफीना जंगल मे रास्ता भूल गए. तब सामने शेर मिला तब आपने फरमाया के मै सरकारे दो आलम सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम का आज़ाद करदा गुलाम हूँ, और रास्ता भूल गया हूँ. शेर ने दुम हिला कर इशारा किया के तू नबी का गुलाम है तो में तेरा गुलाम हूँ. शेर आगे-आगे चला और आपको रास्ता दिखाया. इससे मालूम हुवा के सरकारे दोआलम सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम के सच्चे गुलाम बन जाओ, सच्चे मुसलमान बन जाओ, तो तुम्हारी जान-माल की हिफाज़त और तुम्हारे खादिम दरिंदे बन जाएगे।
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