आप सोचिये जो हिन्दुराष्ट्र की आड़ में हिन्दू-मुस्लिम को लड़ाने के प्रयत्न में है. उससे किसका फायदा होगा, ज़ाहिर सी बात है उन्ही नेताओं का और कितने मुसलमान को मार सकेंगे हिन्दू मुस्लिम दंगा करवाकर ? 01-लाख, 05-लाख, 10-लाख, 50-लाख ? इससे मुसलमान खत्म तो नहीं हो जायेगा ? फिर क्या होगा ? और इन मार-काट में नुकसान सिर्फ और सिर्फ गरीबों का होगा चाहे वो हिन्दू हो या मुस्लिम
आप सोचिये…
ऐसे लोगों के बहकावे में मत आइये… भारत में नफ़रत की आग किसने भड़काई हुई है, कौन है जो हिन्दू मुसलामन के नाम पे भारतीय को आपस में लड़ाने के लिए नित्य नए हथकंडे, चाल चलता है, कौन है जो धर्मनिर्पेक्ष देश को एक धर्मविशेष राष्ट्र बनाने की पैरवी कर रहा है, भारत को धर्म के नाम पे तोड़ने में लगा हुआ है, आप सब जानते हैं.. लेकिन सवाल है की… आखिर ये राष्ट्रविरोधी शक्तियां को इतना समर्थन और ताकात कहाँ से मिल रहा है…
ज़ाहिर सी बात है पिछले सरकारों ने जम के वोट की राजनीती के खातिर इनपे कोई शख्त एक्शन नहीं लिया, जिसकी वजह से ऐसी शक्तियां भारत को तोड़ने के प्रयास में है, चलिए ऐसे समझिये आप को लगता है सरकार रोज़गार नहीं दे रही है, बिलकुल सही लगता है, ऐसा है एक साज़िश की तहत बेरोज़गारी बढ़ेगी, नौजवान अवसाद का शिकार होंगे, उनके घर चलाने के लिए नौकरी और पैसों की ज़रूरत होगी, फिर उनको तो ये सिखाया ही जा रहा है के देश के विशेष वर्ग ने आपके हक़ों को दबाया हुआ है, इसका असर कभी आरक्षण विरोधी ब्यान से लगा सकते है, बाक़ी देश के अल्पसंख्यकों की आड़ में उग्र हिंदूराष्ट्रवाद का ज़हर भी साथ साथ चल रहा है.
आप लोगों को होशियार रहना है और ये लोग छोटे मोटे लोग नहीं है सत्ता और न्याय के शिखर तक ये लोग काबिज़ हैं आप भारतियों की लड़ाई अंग्रेजों आर्यों और मुगलों से भी ज्यादा खतरनाक दुश्मन से है, जो आप के बीच आप के समाज में धर्म के नाम पे ज़हर डाल, युवाओं को पागल बना रहे हैं, नफरत फ़ैलाने वाले लोगों से दुरी बनाएं रखें…….
-अफसर अमन
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