पुणे। 25 मार्च 2017 को एड्वोकेट डॉ. बालासाहेब आंबेडकर के नेतृत्त्व में वडा से कौंसिल हॉल (विधान भवन) पुणे तक सर्वपक्षीय और संघटनो द्वारा मतदान यंत्र हटाओ, लोकशाही बचाओ महामोर्चा निकाला गया। इस महामोर्चा के माध्यम से EVM विरोधी कृति समिति ने पुणे के DM सौरभ राव को एक निवेदन सौंपा।
महामोर्चा को संबोधित करते हुए बालासाहेब आंबेडकर ने, EVM घोटाले की न्यायालयीय जांच हो और इस जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित करने की मांग की। इसे आंदोलन की शुरुआत बताते हुए बालासाहेब आंबेडकर ने कहा, अगर यह मांग जल्द से जल्द पूरी नहीं की गई तो चुनाव आयोग के मुम्बई कार्यालय पर सीधा आंदोलन किया जाएगा।
वहां उपस्थित भारी भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “लोकशाही द्वारा मिली आज़ादी आने वाले नस्लों के लिए सुरक्षित रखने की हमारी जिम्मेवारी है।” सर्व दलों ने इस मोर्चा में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। इसलिए उन्होंने उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की और कहा कि, “लोकशाही बचाने के लिए मैं जेल की हवा खाने के लिए भी तैयार हूं।”
इसके पहले गोरखपुर में बहुजन क्रान्ति मोर्चा ने 25 मार्च से ईवीएम के खिलाफ पांच चरणों में उग्र राष्ट्रव्यापी आंदोलन की घोषणा की। इस आंदोलन के अंतिम चरण में जेल भरो आंदोलन भी शुरु किया जाएगा।