मुंबई: ईवीएम से जुड़े विवादों के दरम्यान बॉम्बे हाइकोर्ट का एक बड़ा फैसला आया है जिसके तहत पुणे के पर्वती विधानसभा चुनाव क्षेत्र के विवादित EVM की फॉरेंसिक जांच होगी. हाइकोर्ट ने पुणे के ज़िलाधिकारी को ये आदेश दिए हैं कि विवादित ईवीएम लैब भेजे जाएं. बॉम्बे हाइकोर्ट का यह आदेश इसलिए अहम है क्योंकि देशभर में चुनाव हार चुके नेता EVM विरोधी माहौल बनाने में लगे हैं. तो उन्हें जवाब देने के लिए चुनाव आयोग ईवीएम में गड़बड़ी कराने की चुनौती दे चुका है.
महाराष्ट्र विधानसभा के 2014 के चुनाव में पुणे के पर्वती विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार ने बीजेपी उम्मीदवार से मात खाई. जिसके बाद हाइकोर्ट में बीजेपी की जीत को ईवीएम में गड़बड़ी कर मिली हुई जीत का दावा कांग्रेस उम्मीदवार ने किया. खुद को कम वोट मिलने की उन्हें उम्मीद नहीं थी.
याचिकाकर्ता अभय छाजेड़ ने NDTV इंडिया से की हुई बातचीत में कहा कि मुझे जिस बूथ पर 57 वोट मिले वहां के 63 लोगों के मैंने एफडीविट लिए हैं कि उन्होंने मुझे वोट किया. बीजेपी की जीत ईवीएम टैम्परिंग की जीत है. इसी को मुद्दा बना पर मैने याचिका दायर की थी. हाइकोर्ट के आदेश अनुसार विवादित EVM को हैदराबाद की फोरेन्सिक लैब में भेज कर याचिकाकर्ता के तमाम दावे परखे जाएंगे.
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