SocialDiary
अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमला,
यह हमला अनंतनाग के पास बटेंगू में हुआ जहां यात्रियों से भरी बस पर अतंकियों ने फायरिंग कर दी. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार बालटाल से लौट रही बस पर रात करीब 8:20 बजे यह हमला हुआ. इस हमले पर सोशल मीडिया पर तर्क वितर्क के साथ कई सवाल खड़े किये जा रहे है.
आपको बता दे फेसबुक पर कुछ यूजर के निष्कर्ष, तर्क-वितर्क
Tanveer Ul Hasan Faridiअमरनाथ यात्रियों की बस पर आतंकी हमला! 7 यात्रियों की मौत!
गुजरात के नंबर वाली बस सुरक्षा कानवाई से बाहर अलग कैसे चल रही थी?
गुजरात की बस बिना पंजीकरण कराए अमरनाथ यात्रा पर कैसे गई?
अपंजीकृत यात्रियों की बस 35000 सुरक्षा कर्मियों, डॉग स्क्वाड, त्वरित एक्शन फोर्स, सुरक्षा चौकियों, सुरक्षा कानवाई, टेररोरिस्ट थ्रेट, जासूसों के इनपुट के बावजूद रोड पर अकेले कैसे चल रही थी?
आज ही लश्कर के ब्राह्मण आतंकी संदीप शर्मा की गिरफ्तारी के मद्देनज़र ये प्रश्न पूछना जायज़ है कि किसने जानबूझकर उन अभागे यात्रियों को मौत के मुंह में भेजा।
राष्ट्रवादी पार्टियों का गुजरात इलेक्शन के लिए प्रचार शुरू हो गया लगता है!!
गुजरात के नंबर वाली बस सुरक्षा कानवाई से बाहर अलग कैसे चल रही थी?
गुजरात की बस बिना पंजीकरण कराए अमरनाथ यात्रा पर कैसे गई?
अपंजीकृत यात्रियों की बस 35000 सुरक्षा कर्मियों, डॉग स्क्वाड, त्वरित एक्शन फोर्स, सुरक्षा चौकियों, सुरक्षा कानवाई, टेररोरिस्ट थ्रेट, जासूसों के इनपुट के बावजूद रोड पर अकेले कैसे चल रही थी?
आज ही लश्कर के ब्राह्मण आतंकी संदीप शर्मा की गिरफ्तारी के मद्देनज़र ये प्रश्न पूछना जायज़ है कि किसने जानबूझकर उन अभागे यात्रियों को मौत के मुंह में भेजा।
राष्ट्रवादी पार्टियों का गुजरात इलेक्शन के लिए प्रचार शुरू हो गया लगता है!!
Abrar Khan
अमरनाथ यात्रियों पर हमला हुआ अबतक 6 लोग मारे गए हैं करीब दर्जन भर घायल हैं, बस यात्री अभी भी क्रास फायरिंग में फंसे हुए हैं ऐसे में हताहतों की संख्या बढ़ भी सकती है । अब मेरा सवाल है कि यह आतंकी हमला आमतौर पर होने वाले आतंकी हमलो जैसा है या इसके पीछे कोई बड़ा प्रोपोगंडा है ? यह सवाल मेरे मन में इसलिए उठ रहा है क्योंकि जिस बस पर आतंकियों ने हमला किया वह बस गुजरात की है, दूसरी बात यह बस श्राइन बोर्ड यानी कि जो संस्था अमरनाथ यात्रा को संचालित करती है उसमे कहीं भी रजिस्टर्ड नहीं थी । तीसरी बात यह कि शाम ढलते ही इस रूट पर यात्रियों का आवागमन पूरी तरह रोक दिया जाता है उसके बाद यह सवाल और भी गंभीर हो जाता है यात्रियों से भरी यह बस बालटाल अनंतनाग से होते हुए जम्मू की तरफ चली जाती है और पूरे रास्ते में चाक-चौबंद सुरक्षा होने के बावजूद किसी ने रोका क्यों नहीं जबकि इस रूट पर हर नुक्कड़ पर हर चौराहे पर सुरक्षाकर्मी सेना के जवान पुलिस फोर्स मिल जाएगी उसके बावजूद बिना रुके यह बस नियमों को धता बताते हुए यात्रियों की जान को खतरे में डालते हुए आगे बढ़ती चली जाती है । आखिर क्यों … इस दुस्साहस का कारण क्या था ?
क्या इन हमलों की पटकथा लिखी गई थी ? अमरनाथ यात्रा का नियम है कि प्रत्येक यात्री का रजिस्ट्रेशन होता है और अनरजिस्टर्ड यात्रियों को अलाउ नहीं किया जाता फिर यह कैसे संभव हुआ यात्रियों से भरी एक बस सुरक्षाकर्मियों को धोका देते हुए उसी रूट पर जो कि सबसे खतरनाक है जो आतंकवाद का गढ़ है जहां पर सबसे ज्यादा आतंकवादी हमले होते हैं आगे बढ़ती जाती है सब सुरक्षाकर्मी आंखें मूंद लेते हैं । इतने बड़े रूट में सुरक्षाकर्मी इस बस को नहीं रोकते नहीं टोकते उनकी ID नहीं चेक करते तो क्या वह भी इस साजिश में शामिल थे ? या बस कर्मियों ने या बस में बैठे लोगों ने सुरक्षा कर्मियों को कोई प्रलोभन दिया, किसी तरह का लालच दिया या कमीशन दिया जो बिना रोक-टोक वह आगे बढ़ते गए ? मेरा सवाल यह भी है कि कहीं उसकी पटकथा गुजरात में ही तो नहीं लिखी गई ? उस व्यक्ति को पहचानने की जरूरत है उस संस्था को पहचानने की जरूरत है जिसने इन भोले भाले लोगों को बहलाकर फुसलाकर गैर कानूनी तरीके से अमरनाथ यात्रा पर आमादा किया अगर निष्पक्ष जांच की जाए तो मुझे पूरी उम्मीद है इस हमले के पीछे यात्रा आयोजित करने वाला ही मास्टरमाइंड निकलेगा ।
यदि वाकई में मेरा अनुमान सत्य है तो एक सवाल मेरे दिमाग में और पैदा होता है कि आखिर इस हमले की योजना क्यों बनाई गई इसके पीछे मकसद क्या है ? क्या यह हमला करवाने वाले लोग पूरे देश में कश्मीर की छवि खराब करना चाहते हैं, पूरे देश में कश्मीर और कश्मीरियों के खिलाफ माहौल बनाना चाहते हैं ? क्योंकि जहां 45000 सुरक्षाकर्मी मौजूद हो वहां इस तरह की घटना कतई भी स्वीकार नहीं की जा सकती कि मात्र दो आतंकवादी 45000 सुरक्षाकर्मियों को ठेंगा दिखाते हुए लोगों को भून के रख दें । ज्ञात रहे कि आतंकियों ने पहले ही हमले की धमकी दी थी और इस बार आतंकियों के अलावा स्टोन पेंटिंग का भी ख़तरा अधिक था फिर ये चूक क्यूँ और कैसे हुई इसके जवाब में ही सारा खेल छुपा हुआ है ।
Randhir Singh Suman
आतंकियों के वेश में कौन हत्याएं कर रहा है जांच की आवश्यकता है निरीह यात्रियों की हत्या दुखद ही नहीं अपमान जनक भी है निंदा से काम नहीं चलेगा वास्तविक कार्यवाही की आवश्यकता है
Hare Ram Mishra
अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं पर ठीक उसी समय हमला क्यों होता है जब लश्कर का कथित हिन्दू कारकून शर्मा पकड़ा जाता है? आखिर वो कौन से लोग हैं जो शर्मा पर होने वाली बहस को डाइवर्ट करना चाहते हैं?
Syed Farooque Ahmad
इसे सज़ाए मौत दो क्योंकि ये सच बोलता है !!!
अमरनाथ यात्रियों पर हमला निंदनीय है ।
इसका नतीजा क्या होगा आइये देखते हैं शायद उससे गुनाहगारों तक पहुंचने में मदद मिले ।
सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट था कि अमरनाथ यात्रियों पर हमला होने वाला है :
1. फिर भी सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक हो जाती है ।
2. मानवाधिकार के सवाल पर काशमीरियों के हक़ की बात करने वालों की लड़ाई पर नकारत्मक प्रभाव पड़ेगा ।
3. सारे आतंकवादी फरार हो गये हैं अब उनके आड़ में हर घर से आतंकवादी भी तलाश लिए जाएंगे ।
4. हिन्दू मुसलमान के बीच नफरत की खाई और बड़ी की जायेगी जिसका राजनीतिक लाभ लिया जायेगा ।।
बाकी कुछ नहीं बोलूंगा
Abdul H Khan·
आतंकवादी संदीप शर्मा को पकड़ने के बाद
बौखल्लायें आतंकी ने किया
अमरनाथ यात्रियां पर आतंकी हमला ।।
इसे सज़ाए मौत दो क्योंकि ये सच बोलता है !!!
अमरनाथ यात्रियों पर हमला निंदनीय है ।
इसका नतीजा क्या होगा आइये देखते हैं शायद उससे गुनाहगारों तक पहुंचने में मदद मिले ।
सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट था कि अमरनाथ यात्रियों पर हमला होने वाला है :
1. फिर भी सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक हो जाती है ।
2. मानवाधिकार के सवाल पर काशमीरियों के हक़ की बात करने वालों की लड़ाई पर नकारत्मक प्रभाव पड़ेगा ।
3. सारे आतंकवादी फरार हो गये हैं अब उनके आड़ में हर घर से आतंकवादी भी तलाश लिए जाएंगे ।
4. हिन्दू मुसलमान के बीच नफरत की खाई और बड़ी की जायेगी जिसका राजनीतिक लाभ लिया जायेगा ।।
बाकी कुछ नहीं बोलूंगा
Abdul H Khan·
आतंकवादी संदीप शर्मा को पकड़ने के बाद
बौखल्लायें आतंकी ने किया
अमरनाथ यात्रियां पर आतंकी हमला ।।
कमाल हुसैन
“अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर पिछला हमला 2000 में BJP के शासन में हुआ था और अब 2017 में”- ये तो किसी भी हद तक जा सकता है
loading…
CITY TIMES