यह हमला अनंतनाग के पास बटेंगू में हुआ जहां यात्रियों से भरी बस पर अतंकियों ने फायरिंग कर दी. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार बालटाल से लौट रही बस पर रात करीब 8:20 बजे यह हमला हुआ. इस हमले पर सोशल मीडिया पर तर्क वितर्क के साथ कई सवाल खड़े किये जा रहे है.
गुजरात के नंबर वाली बस सुरक्षा कानवाई से बाहर अलग कैसे चल रही थी?
गुजरात की बस बिना पंजीकरण कराए अमरनाथ यात्रा पर कैसे गई?
अपंजीकृत यात्रियों की बस 35000 सुरक्षा कर्मियों, डॉग स्क्वाड, त्वरित एक्शन फोर्स, सुरक्षा चौकियों, सुरक्षा कानवाई, टेररोरिस्ट थ्रेट, जासूसों के इनपुट के बावजूद रोड पर अकेले कैसे चल रही थी?
आज ही लश्कर के ब्राह्मण आतंकी संदीप शर्मा की गिरफ्तारी के मद्देनज़र ये प्रश्न पूछना जायज़ है कि किसने जानबूझकर उन अभागे यात्रियों को मौत के मुंह में भेजा।
राष्ट्रवादी पार्टियों का गुजरात इलेक्शन के लिए प्रचार शुरू हो गया लगता है!!
Abrar Khan
यदि वाकई में मेरा अनुमान सत्य है तो एक सवाल मेरे दिमाग में और पैदा होता है कि आखिर इस हमले की योजना क्यों बनाई गई इसके पीछे मकसद क्या है ? क्या यह हमला करवाने वाले लोग पूरे देश में कश्मीर की छवि खराब करना चाहते हैं, पूरे देश में कश्मीर और कश्मीरियों के खिलाफ माहौल बनाना चाहते हैं ? क्योंकि जहां 45000 सुरक्षाकर्मी मौजूद हो वहां इस तरह की घटना कतई भी स्वीकार नहीं की जा सकती कि मात्र दो आतंकवादी 45000 सुरक्षाकर्मियों को ठेंगा दिखाते हुए लोगों को भून के रख दें । ज्ञात रहे कि आतंकियों ने पहले ही हमले की धमकी दी थी और इस बार आतंकियों के अलावा स्टोन पेंटिंग का भी ख़तरा अधिक था फिर ये चूक क्यूँ और कैसे हुई इसके जवाब में ही सारा खेल छुपा हुआ है ।
Randhir Singh Suman
आतंकियों के वेश में कौन हत्याएं कर रहा है जांच की आवश्यकता है निरीह यात्रियों की हत्या दुखद ही नहीं अपमान जनक भी है निंदा से काम नहीं चलेगा वास्तविक कार्यवाही की आवश्यकता है
Hare Ram Mishra
इसे सज़ाए मौत दो क्योंकि ये सच बोलता है !!!
अमरनाथ यात्रियों पर हमला निंदनीय है ।
इसका नतीजा क्या होगा आइये देखते हैं शायद उससे गुनाहगारों तक पहुंचने में मदद मिले ।
सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट था कि अमरनाथ यात्रियों पर हमला होने वाला है :
1. फिर भी सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक हो जाती है ।
2. मानवाधिकार के सवाल पर काशमीरियों के हक़ की बात करने वालों की लड़ाई पर नकारत्मक प्रभाव पड़ेगा ।
3. सारे आतंकवादी फरार हो गये हैं अब उनके आड़ में हर घर से आतंकवादी भी तलाश लिए जाएंगे ।
4. हिन्दू मुसलमान के बीच नफरत की खाई और बड़ी की जायेगी जिसका राजनीतिक लाभ लिया जायेगा ।।
बाकी कुछ नहीं बोलूंगा
Abdul H Khan·
आतंकवादी संदीप शर्मा को पकड़ने के बाद
बौखल्लायें आतंकी ने किया
अमरनाथ यात्रियां पर आतंकी हमला ।।
कमाल हुसैन
“अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर पिछला हमला 2000 में BJP के शासन में हुआ था और अब 2017 में”- ये तो किसी भी हद तक जा सकता है