सत्ता पक्ष के नेता भी इस खोखली देश भक्ति को भड़काने के लिए अपनी जनसभाओं में जनता के साथ सवाल जबाब करते देखे जा सकते है,जो बातें वॉररूम में होतीं है उनके विषय मे वे जनता से पूंछते है कि पाकिस्तान पर हमला करना चाहिय कि नहीं,भारत की जनता तो मूर्खों का समूह है इसीलिए भीड़ भी बड़ी जोर से जबाब देती है कि हाँ हमला करना चाहिए !
मैं ये बात आंकड़ों के साथ सिद्ध कर सकता हूँ कि भारत सरकार पाकिस्तान के साथ वर्तमान स्थिति में युद्ध नहीं जीत सकती,क्योंकि कहने को तो ये युद्ध भारत पाकिस्तान के साथ होगा लेकिन वास्तविकता में ये युद्ध भारत और चीन का होगा !
चीन दक्षिणी एशिया में अपनी सामरिक स्थिति भारत से कई गुना ज्यादा मजबूत कर चुका है,
चीन पाकिस्तान की ग्वादर बन्दरगाह को लीज पर ले चुका है जिससे पूरा पश्चिमी भारत चीन की जद में है! पाक अधिकृत कश्मीर के बहुत बड़े भूभाग पर चीन कब्जा कर के भारत के सिर पर बैठा है
चीन में म्यांमार के साथ बहुत अच्छे सम्बन्ध हैं और चीन ने भूटान को भी बहुत सारा कर्जा दे रखा है और भूटान की सीमा भारत के साथ लगती है युद्ध की स्थिति में भूटान चीन को मना नहीं कर पायेगा !
चीन श्रीलंका के बन्दरगाह भी विकसित कर रहा है !
चीन को भारत के साथ युद्ध का बहाना चहिये, इसीलिए चीन बार बार भारतीय सैनिकों के साथ भड़काऊ हरकतें करता है और भारत उनका सम्मानजनक जबाव भी नहीं देता है!
भारत के राजनेता पाकिस्तान के नाम पर लोगों को इसलिए भड़काते हैं क्योंकि पाकिस्तान एक मुस्लिम राष्ट्र है, मुस्लिम राष्ट्र होने की वजह से देश भक्ति में धार्मिक उन्मांद का भी तड़का लग जाता है !
अगर युद्ध हुआ तो देश सदियों पीछे चला जायेगा!
अगर भारत के राज नेताओं ने युद्ध को चुनाव जीतने का माध्यम बनाया तो ये देश के साथ बहुत बड़ी गद्दारी होगी क्योंकि देश के आर्थिक हालात इस समय बहुत नाजुक हैं, भक्त शायद इस बात पर विश्वास ना करें, अगर इन देश भक्तों को वास्तविकता में देश से प्रेम है तो अपने अब्बा को भेजेंन देश के आर्थिक हालातों पर खुले मंच पर चर्च के लिए
फेसबुक वाल से साभार
लेखक -विकास राठौर(निवासी आगरा, यूपी) 7417273723