लखनऊ। यूपी एटीएस को कानपुर आतंकी मॉड्यूल की जांच के दौरान बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एटीएस की टीम ने आतंकी मॉड्यूल को भारी मात्रा में कारतूस सप्लाई करने वाले राघवेंद्र सिंह चौहान को गिरफ्तार कर लिया है। एटीएस के मुताबिक़ चौधरी ने ही मध्य प्रदेश में पिछले दिनों हुए ट्रेन ब्लास्ट से जुड़े गिरोह को कारतूस सप्लाई की थी।
दरअसल, बीती 7 मार्च 2017 को मध्य प्रदेश में हुए ट्रेन विस्फोट को अंजाम देने वाले संदिग्धों के पास लगभग 700 कारतूस और खोखे बरामद किए गए थे। इतनी बड़ी संख्या में कारतूस बरामद होना सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय था। तभी से इस बात की जांच की जा रही थी कि आखिर संदिग्धों के पास इतनी बड़ी मात्रा में कारतूस कहां से आए।
इस मामले में यूपी एटीएस की टीम भी सक्रीय थी। इसी दौरान एटीएस ने ये कारतूस देश के दुश्मनों को पहुंचाने वाले सप्लायर को मंगलवार की देर शाम कानपुर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी राघवेंद्र सिंह चौहान कानपुर के ही गीता नगर का रहने वाला है। थाना काकादेव क्षेत्र में ही LRS आर्म्स एंड एम्यूनिशन के नाम से उसकी शस्त्र की दुकान है।
इस संबंघ में पहले गिरफ्तार किए जा चुके संदिग्धों से पूछताछ के दौरान राघवेंद्र का नाम शक के घेरे में आया था। इसी आधार पर उसकी शस्त्र की दुकान पर छापेमारी की गई। जांच के दौरान उसकी दुकान में बड़ा घपला पाया गया। आरोपी चौहान ने मेस्टन रोड स्थित खन्ना गन हाउस और सेवा गन हाउस से बड़ी मात्रा में कारतूस खरीदे थे, लेकिन अपने स्टॉक रजिस्टर में उन्हें दाखिल नहीं किया।
हैरानी की बात यह है कि चौहान के ठिकाने से कई अधिकारियों की मोहरें भी मिली हैं। जिसके संबंध में जांच की जा रही है। एटीएस जानना चाहती है कि इनका उपयोग कहां किया जा रहा था। ये मोहरें जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी कानपुर, चिकित्साधिकारी बिलहौर, विभिन्न गन हाउस और शिक्षण संस्थाओं की हैं।
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