नई दिल्ली। यूपी चुनाव के नतीजों के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। मायावती के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ईवीएम की जांच कराए जाने पर सहमति जाहिर की। उन्होंने कहा कि अगर सवाल उठे हैं तो ईवीएम की जांच हो। इसके साथ ही उन्होंने समीक्षा के बाद हार की जिम्मेदारी लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस पर विचार किया जाएगा कि जो लोग रैलियों में आए आखिर उनका वोट कहां गया।
अखिलेश यादव के अलावा बामसेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम ने भी मायावती के ईवीएम में गड़बड़ी वाले बयान का समर्थन किया है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा है कि “अगर मायावती जी लोकतंत्र को बचाने के लिए EVM के विरोध में आंदोलन करती है तो हम हमारे संगठन शक्ती के साथ लोकतंत्र को बचाने के लिए उस आंदोलन में सहभागी होंगे।” वामन मेश्राम पहले भी ईवीएम के खिलाफ आंदोलन चलाते रहे हैं।
आपको बता दें कि चुनाव के रुझानों के बीच में ही मायावती ने
आरोप लगाया कि ईवीएम पर लोगों ने चाहे किसी भी दल के निशान पर बटन दबाया हो लेकिन ईवीएम ने सिर्फ भाजपा को ही वोट दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को चुनौती दी है कि अगर उनमें हिम्मत है तो वो यूपी विधानसभी चुनाव रद्द कराकर फिर से चुनाव कराएं। मायावती ने कहा कि अगर मोदी और अमित शाह दूध के धुले हैं तो बैलेट पेपर से फिर से चुनाव करा लें, सही स्थिति सामने आ जाएगी। इसके साथ ही मायावती ने कहा कि उन्होंने पार्टी के सेक्रेटरी द्वारा इस बारे में चुनाव आयोग को पत्र लिखा है कि लोगों को अब ईवीएम मशीन में भरोसा नहीं रह गया है।
(यह खबर नेशनल दस्तक से साभार है)
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