भारत पर जबतक मुस्लिमों का शासन था तबतक सोने की चिड़िया था उसके बाद नहीं रा ऐसा कहा जाता है. भारत में मुसलामानों के कई ऐसी इमारते और इनकम के जरिये बनाए जिससे आज भी सरकार को करोडो की कमाई होती है. मुस्लिम शासको ने जो भी किया वह उनकी दूरदृष्टि मानी जाती है. शासको ने जो भी किया वह अपने घर से नहीं लेकिन देश का पैसा देश के ही भलाई के लिए इस्तेमाल किया ना की स्विस बैंक में जमा कराया. आज के नेता देश को लूटकर स्विस बैंक में पैसा जमा करते है यह अफसोसनाक बात है. लेकिन इसमें भी एक गौर करने वाली बात है एक भी मुस्लिम का अकाउंट स्विस बैंक में नहीं है.
आईये देखते है हजारों में एक ताजमहल की आय
प्रेम का प्रतीक ताजमहल देखने में खूबसूरत होने के साथ कमाई भी कर रहा है। वह अपनी कमाई से देश के जीडीपी में भी अपना योगदान दे रहा है।
नई दिल्ली : प्रेम का प्रतीक ताजमहल देखने में खूबसूरत होने के साथ कमाई भी कर रहा है। वह अपनी कमाई से देश के जीडीपी में भी अपना योगदान दे रहा है। ताजमहल की कमाई का प्रमुख जरिया उसे देखने आने वाले पर्यटकों से है। भारत सरकार को ताजमहल से टिकट और अन्य स्त्रोतों से पिछले तीन सालों में 75 करोड़ से ज्यादा के राजस्व की लाभ हुआ है। यह जानकारी संसद में केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने दिया। उन्होंने बताया कि पिछले तीन सालों में ताजमहल के देख रेख व उसके मेंटेनेंस में तक़रीबन 11 करोड़ रूपये खर्च किये गए।
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री द्वारा दिए आंकड़ों के अनुसार, ताजमहल ने वर्ष 2013-14 में 22.45 करोड़ रूपये, 2014-15 में 21.26 करोड़ रूपये, 2015-16 में 23.88 करोड़ रूपये तथा एक अप्रैल 2016 से जून June 2016 के बीच 8.30 करोड़ रूपये की कमाई कर चुका है।
ताजमहल पर कब कितना खर्च हुआ?
ताजमहल जैसे खूबसूरत इमारत की देखभाल में हर साल लाखों रूपये खर्च होते है। केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने बताया कि वर्ष 2013-14 में इसके संरक्षण पर 3.14 करोड़ रुपये, वर्ष 2014-15 में 4.42 करोड़ रुपये, वर्ष में 2015-16 में 3.66 करोड़ रुपये और इस साल 1 अप्रैल से 30 जून के बीच 24.71 लाख रुपये खर्च किया गया।
बेशक ताजमहल प्रति वर्ष करोड़ो की कमाई कर रहा हो, लेकिन प्रदुषण के कारण इसकी ख़ूबसूरती को गम्भीर ख़तरा है। केंद्रीय मंत्री ने ताजमहल के बदलते हुए रंग की बात को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि ताजमहल का रंग प्राकृतिक कारणों से पीला हो रहा है।