मुस्लिम महिलाओं को इंसाफ दिलना एक मदारी के बस की बात नही -इशरत खान

फाइल फोटो 
सोशल डायरी
तीन तलाक के मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओ के साथ साथ उच्चशिक्षित मुस्लिम युवतियों ने भी तीन तलाक के समर्थन में मोर्चा खोल रखा है. लेकिन सरकार को कितने फौजी मारे जा रहे है, कितने आम लोग मारे जा रहे है, पाकिस्तानी एजंट जो पकडे गए जो भारत की खुफिया जानकारी पाक को देते थे उनका क्या करना है इससे कोई लेना देना नहीं सिर्फ मुस्लिम राजनीति करना है ऐसा नजर आ रहा है.
इस विषय पर एक दमदार पोस्ट फेसबुक पर वायरल 
मुस्लिम महिलाओं को इंसाफ दिलना एक मदारी के बस की बात नही अभी ताजा-ताजा बयान आया है
तीन तलाक पर राजनीति ना हो मुस्लिम महिलाओं के हक की लड़ाई एक मदारी लड़ेगा तो दिलाओ हक तीन करोड़ से ज्यादा महिलाएं विधवा हैं इसमें अधिकतर विधवा वह हैं जिनके पतियों को दंगे में मार दिया गया क्या उनसे नजरें मिलाने की हिम्मत है ?? 

सुप्रीम कोर्ट ने फटकार भी लगाया कि विधवाओं पर ध्यान क्यों नही दिया जा रहा है इसके बावजूद उनके हक की लड़ाई क्यों नही लड़ते मोदी ??

दिलाओ इंसाफ जकिया जाफरी इंसाफ के लिए आज भी लड़ रही हैं 
दिलाओ इंसाफ नजीब की माँ इंसाफ के लिए आज भी भटक रही हैं कथनी और करनी में फर्क है मोदी दम है तो दिलाइए इंसाफ ।।
Ishrat Khan

CITY TIMES

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