खैर उस रोज़ तो मैंने ये सोचकर उस न्यूज़ को अनदेखा कर लिया के आज उम्मत में अकल है, यक़ीनन इस अफवाह को ज्यादा हवा नहीं मिलेगी, लेकिन अफ़सोस दुसरे ही दिन मेरे व्हाट्सअप्प पर किसी ने एक ग्रुप में वो न्यूज़ सेंड कर दी इस मेसेग के साथ के “मुसलमानों इस विडियो को इतना शेयर करो के ये फिल्म ना बन पाए,.”
*अल्लाह रेहम करे,तुम्हे कब अकल आएगी ऐ मुसलमानो..?*
अरे भैया आप उस विडियो को शेयर करके खुद उन हरामखोरो को उनकी चाल में कामियाब कर रहे है, क्यूंकि उनका मकसद ये फिल्म बनाना नहीं बल्कि वो तो सिर्फ *“मुसलमानों को डंके की चोट पर ऐसी अफवाह फैलाकर ये एहसास दिलाना चाहते है के हमे मुल्क का कानून नहीं रोक सकता,लिहाजा हम मुसलमानों को जितना चाहे उतना परेशांन कर सकते है,” ये एक माहौल बनाया जा रहा है, जरा अकल से काम लो…*
और अब वक्त है,ये फिरका फिरका खेलना बंद करो भाइयो,अब तो समझ जाओ के तुम्हारी जहालत ने कितना घाटे में डाला है तुम्हे*अल्लाह के वास्ते इल्म हासिल करो, दीनी और दुनियावी दोनों इल्म हासिल करो,
दींन का इल्म आपको हराम और हलाल की पहचान कराएगा और दुनियावी इल्म आपको ऐसी अफवाओ को हवा देने से रोकेगा,.
बराए मेहरबानी इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके अपने तमाम मुस्लमान भाइयो बहनों को आगाह करे के “वो विडियो हरगिज़ हरगिज़ फॉरवर्ड न करे, उसे फॉरवर्ड करने से आप उन हरामखोरो को उनके मंसूबो में कामियाब कर रहे है” अल्लाह के लिए इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके अपने भाई बहेनो को गलत अफवाह की पब्लिसिटी करने से रोके