प्रतीकात्मक फोटो |
और बाकी के मुल्कों में हाड़ मांस की चिडियाँ बसेरा करती हैं,
ये देश है वीर जवानों का,
बाकी के देश डरपोक बुड्ढों के हैं,
मेरे देश की धरती सोना उगले,
बाकी के देशों की धरती सिर्फ अनाज उगलती है,
यहाँ राम अभी तक है नर में नारी में अभी तक सीता है,
बाकी के देश में नर और नारी तुच्छ जीव हैं,
होठों पे सच्चाई रहती है, जहाँ दिल में सफ़ाई रहती है,
बाकी के देशों के लोगों के होठों पे झूठ और दिल में गंदगी रहती है,
काले-गोरे का भेद नहीं, हर दिल से हमारा नाता है,
बाकी के देशों के लोगों के बीच में जात पात का नाता है,
सारी दुनिया में तुम्हारे जैसे ही इंसान रहते हैं,
कब तक खुद को धोखा देते रहोगे,
कब तक भ्रम में रहोगे ?
हमारे देश में भयानक जाति का भेदभाव है,
हम लोगों की बस्तियां जला देते हैं,
हम अपने जंगलों को नष्ट कर रहे हैं,
और जंगलों की रक्षा करने वालों को पुलिस से मरवा रहे हैं,
हम औरतों को पेट में मार रहे हैं, सड़कों पर बेइज्ज़त कर रहे हैं,
नौजवानों की बेरोज़गारी सबसे अधिक है,
बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या कर रहे हैं,
इन सब कमियों को स्वीकार करो,
और इन्हें ठीक करने की कोशिश करो,
झूठे घमंड से कोई फायदा नहीं होता,