मोदी सरकार हमेशा मदरसों पर निशाना साधते रहते है और उनके मंत्री रोज मदरसों को लेकर विवादित बयान देते है, लेकिन इस बार तो गजब हो गया है जी हां अब,
मोदीसरकार एक प्रस्ताव पर विचार कर रही है जिसमे मदरसों के ‘होनहार बच्चों’ को इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी.ये प्रस्ताव मदरसों को मेनस्ट्रीम एजुकेशन से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने मिनिस्ट्री ऑफ़ माइनॉरिटी अफेयर्स की संस्था ‘मौलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान’ (एमएईएफ) के समक्ष रखा गया है.
हालाँकि इस पर अभी आखिरी फैसला आना बाकी है.
मदरसे के बच्चों के लिए बनाये जायेंगे केंद्र…
आपको बता दें की केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने मदरसा शिक्षा को मुख्यधारा में लाने के लिए पिछले साल दिसंबर में सात सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया था. जिसकी रिपोर्ट पिछले साल मार्च महीने में केंद्र सरकार को सौंपी गई थी.इसी रिपोर्ट के बाद ही इस प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है.इस मुद्दे पर हुए एमएईएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है की इस प्रस्ताव में कहा गया है की मदरसों के बच्चों को इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए अलग-अलग राज्यों में केन्द्र बनाए जाएं.
अक्टूबर से हो सके इस पर काम…
समिति के संयोजक सैयद बाबर अशरफ ने कहा है कि उम्मीद करते हैं कि उसे जल्द मंजूरी मिल जाएगी.जिसके बाद अक्टूबर तक इस पर काम शुरू हो जाएगा.उन्होंने कहा है कि हम चाहते हैं कि मदरसे के बच्चों को मेनस्ट्रीम से जुड़ने और एक अच्छा करियर बनाने का मौका मिले.