ईवीएम में गड़बड़ीनई दिल्ली। यूपी चुनाव में भाजपा की जीत विपक्षियों को रास नहीं आ रही। सभी एक मत में होकर ईवीएम मशीन में गड़बड़ी की आशंका जता रहे हैं। ईवीएम पर मचे बवाल को देखते हुए चुनाव आयोग ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ दी। आयोग ने कहा कि यदि कोई नागरिक या राजनैतिक दल ईवीएम में गड़बड़ी का सबूत पेश करता है तो बेशक जांच कराई जाएगी। लेकिन इससे पहले आयोग ने यह भी साफ किया कि ईवीएम मशीन में किसी प्रकार की कोई छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। ईवीएम मशीन और चुनावों में शुचिता रखने के लिए टेक्निकल और प्रशासनिक स्तर पर पूरी तरह से सावधानी रखी जाती है।
ईवीएम में गड़बड़ी का सबूत देने पर ही होगी कार्रवाई
ख़बरों के मुताबिक़ सबूत मौजूद होने की स्थिति में आयोग उन्हें गंभीरतापूर्वक देखेगा और फिर किसी तरह का कोई निर्णय लेगा। बता दें विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद बसपा, कांग्रेस, सपा और आप ने ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत की थी। भाजपा पर ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) में गड़बड़ी का आरोप लगाने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती का कहना है कि वह इस मामले पर चुप नहीं बैठेंगी और कोर्ट में अपील करेंगी।
उन्होंने कहा था कि चुनाव आयोग से इस मामले की शिकायत की गई थी, लेकिन वहां से मिला जवाब संतोषजनक नहीं है। अब वे इसके लिए कोर्ट जाएंगे और ईवीएम से चुनाव व्यवस्था को खत्म करने व बैलेट के जरिए मतदान की व्यवस्था शुरू कराने का अनुरोध करेंगे। कांग्रेस ईवीएम की विश्वसनीयता की जांच तो चाहती है लेकिन इसे लेकर विरोध दर्ज नहीं कराना चाहती है। कांग्रेस आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के इस आरोप पर जांच कराने को तैयार है कि पंजाब चुनाव में भी ईवीएम को लेकर छेड़छाड़ हुई है।
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी का कहना है कि वह बहुत जल्द मीडिया के सामने ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर सबूत पेश करेंगी। कांग्रेस ने फिर दोहराया कि ईवीएम को लेकर जो सवाल उठ रहे हैं और किसी राजनीतिक दल को अगर मशीन के ऑपरेशन पर शक है तो चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि जांच कराए।
कांग्रेस सांसद एवं प्रवक्ता सुष्मिता देव का कहना है कि बूथ कैप्चरिंग की शिकायतों के चलते ही ईवीएम मशीनों से चुनाव शुरू हुए हैं। वहीं सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने भी ईवीएम मशीन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव के जो नतीजे आए हैं। वो ईवीएम पर सवाल खड़े करते हैं। उन्होंने दावा किया कि चुनाव में सपा-कांग्रेस गठबंधन को वोट मिले लेकिन ईवीएम में उल्टा हो गया। उन्होंने कहा कि ये लोकतंत्र की शुचिता व पारदर्शिता का मुद्दा है।
पंजाब व गोवा चुनाव में करारी हार के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को भी ईवीएम पर वार जारी रखा है। केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर ईवीएम के जरिए भाजपा को वोट ट्रांसफर करने की बात कही है। केजरीवाल ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि बहुत लोग कह रहे थे कि पंजाब के लोगों में अकालियों को लेकर गुस्सा है और आप चुनाव जीतने वाली है। फिर भी आप को केवल 25 प्रतिशत और शिरोमणि अकाली दल को 31 प्रतिशत वोट मिले। ये कैसे संभव है? केजरीवाल ने आगे कहा कि यह चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि लोगों का विश्वास ईवीएम पर बनाए रखे। आयोग अपनी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ सकता।
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