ब्रिटिश मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, रमज़ान का महीना होने के कारण यहां मुसलमान रोजे़ के लिए जल्दी उठे। इस दौरान उन्होंने इमारत से आती आग की लपटें देखीं। इसके बाद उन्होंने लोगों को पुकारकर जगाया और दमकल को सूचना दी। ग्रेनफेल टावर के निवासियों ने बताया कि रोजे़े के लिए मुसलमानों के जल्दी उठने से कई लोगों की जिंदगी बच गईं।
इस आग में जिंदा बचे एक शख्स ने बताया कि उस वक्त सहायता करने वालों में अधिकतर मुस्लिम ही थे। वे घटनास्थल पर खाना, कपड़े और पानी भी बांट रहे थे। इस अग्निकांड से पीड़ित लोगों के लिए एक चर्च भी मदद में जुटा है। जरूरतमंदों की सहायता के लिए कई संगठन आगे आए हैं। खबर लिखे जाने तक ग्रेनफेल टावर के हालात काफी खराब थे। लोग अपने परिचितों को ढूंढ़ रहे थे। वहीं प्रशासन की ओर से प्रयास निरंतर जारी हैं।