गल्फ न्यूज के अनुसार, 1 9 सितंबर को रास अल खैमाह में शहीद रोड पर दो ट्रकों की भिडंत के बाद उनमे आग लग गई थी. इस दौरान ट्रक में मौजूद ड्राईवर के कपड़ों में आग लग गई थी. वे जलते कपड़ों के साथ ट्रक से बाहर कूद गए. इसी दौरान जवाहेर सैफ अल कुमाती ने अपने अबाया यानि बुर्के को डालकर उनके शरीर पर लगी आग को बुझाया और ड्राईवर की जान बचाई.
शनिवार को गल्फ न्यूज से बातचीत में उन्होंने बताया कि वह रास अल खैमाह के खलीफा अस्पताल में एक दोस्त से मिलने के बाद वापस अपने घर लौट रही थी. रास्ते में उन्होंने जलते हुए ट्रक से एक व्यक्ति को कूदते देखा. जिसका पूरा शरीर आग की लपटों से घिरा हुआ था.
उन्होंने कहा मेने तुरंत कार से निकल कर उस व्यक्ति पर मेरे दोस्त का अबाया डाल दिया. दरअसल मेरे पास आग बुझाने के लिए कोई और चीज नहीं थी. इस दौरान ये व्यक्ति मुझसे बोला, ‘मैं मर रहा हूं, मैं मरने से डरता हूं’. फिर मेने उसे शांत कराया.
इस दौरान हरकिरात सिंह चिल्ला उठे कि आप ने मेरी जिंदगी बचाई है. उन्होंने सैफ का शुक्रिया भी अदा किया. अबू धाबी में भारतीय दूतावास ने भी अब सैफ को सम्मानित करने का फैसला किया है. संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय राजदूत नवदीप सिंह सूरी ने शनिवार को गल्फ न्यूज को बताया, “हमने उन्हें 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी के जन्मदिन पर सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया है.