सिर्फ गुरमीत राम रहीम ही नहीं बाबाओं के बलात्कारी होने का तो है एक लम्बा इतिहास

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सिर्फ गुरमीत राम रहीम ही नहीं बाबाओं के बलात्कारी होने का तो है एक लम्बा इतिहास

डेरा सच्‍चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के ऊपर अपने आश्रम की साध्वियों के साथ बलात्कार का आरोप सिद्ध हो जाने के बाद बलात्कारी बाबाओं की लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है. हम आपको कुछ बलात्कारी बाबाओं की जानकारी दे रहे है. जिन्होंने धर्म का चोला धारण कर सिर्फ रासलीला ही रचाई. हालंकि इन लिस्ट बहुत ही लम्बी है.

    आसाराम
जोधपुर जेल में बंद आसाराम पर 16 साल की नाबालिग लड़की का रेप करने का आरोप है. साथ ही उसके ऊपर आश्रम में रह रहे दो लड़कों की रहस्‍यमत मौत में शामिल होने का आरोप भी है.

    स्‍वामी नित्‍यानंद
महिला समर्थकों से बलात्‍कार के आरोप में गिरफ्तार स्‍वामी नित्‍यानंद के आश्रम में तमिल अभ‍िनेत्री रंजीता के साथ यौन गतिव‍िध‍ियों में शामिल होने का आरोप है. इस मामले में नित्यानंद की सीडी भी सामने आई थी.

    स्वामी परमानंद
स्वामी परमानंद साध्वी ऋतंभरा के गुरु के रूप में जाने जाते हैं. चित्रकूट में आश्रम बनाकर भक्ति में लीन रहने वाले परमानंद का नाम आदर से लिया जाता था, लेकिन एक बार ओरैया में लोगों ने उनके ऊपर जूते-चप्पल फेंके थे. इतना ही नहीं उन पर आश्रम में इलाके के डकैतों को शरण देने का आरोप लगा था.

    कृपालु महाराज
प्रतापगढ़ जिले के मनगढ़ कस्बे में जन्मे रामकृपाल त्रिपाठी उर्फ कृपालु महाराज पर भी महिलाओं से अभद्रता और बलात्कार के आरोप लगे थे. मई 1991 में उन पर लड़कियों को अगवा और रेप करने का आरोप लगा. मई 2007 में त्रिनिदाद और टोबैगो में 22 साल की युवती ने उन पर रेप का आरोप लगाया. इस मामले में कृपालु महाराज की सहयोगी प्रिया शरण महाराज को नागपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. कृपालु महाराज की एक शिष्या केरेन जॉनसन ने सेक्स, लाइज एंड टू हिंदू गुरुजः हाउ आई वॉज कॉन्ड बाई अ डैंजरस कल्ट नाम की किताब लिखी थी. इसमें उन्होंने कृपालु महाराज के आश्रमों में चल रही गतिविधियों और खुद कृपालु महाराज के चरित्र को लेकर कई संगीन आरोप लगाए.

    संत ज्ञानेश्वर
संत ज्ञानेश्वर एक भूमाफिया के रूप में जाने जाते थे. उनकी दूसरों की जमीन पर कब्जा करने की आदत ही उनकी मौत का कारण बनी. महिला कमांडो के संरक्षण में चलने वाले संत ज्ञानेश्वर ने बाराबंकी से लेकर इलाहाबाद तक अपना साम्राज्य फैला रखा था. साल 1999 में सुल्तानपुर से विधायक रहे इंद्रभद्र सिंह की हत्या कर दी गई थी. उनकी हत्या सुल्तानपुर में कचहरी के पास हुई थी. इस हत्याकांड में संत ज्ञानेश्वर का नाम सामने आया था. इंद्रभद्र सिंह और संत ज्ञानेश्वर के बीच सुल्तानपुर के कूड़ेभार स्थित एक आश्रम को लेकर विवाद चल रहा था. बाद में इसे इंद्रभद्र ने गिरा दिया था. इसी को लेकर के दोनों पक्षों के बीच रंजिश चली आ रही थी. इसके बाद 2006 में संत ज्ञानेश्वर की भी हत्या कर दी गई थी. संत ज्ञानेश्वर की हत्या उस वक्त हुई, जब वे अपने शिष्यों के साथ इलाहाबाद के माघ मेले से लौट रहे थे.

     साक्षी महाराज
स्वामी सच्चिदानंद गिरी उर्फ साक्षी महाराज पर साल 1997 में भाजपा नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या में शामिल होने का आरोप लगा था. हालांकि, बाद में उन्हें क्लीनचिट दे दी गई. 1990 में भाजपा के साथ राजनीतिक पारी शुरू करने वाले साक्षी महाराज फर्रुखाबाद से दो बार सांसद चुने गए. साल 2000 में एटा के कॉलेज प्रिंसिपल ने साक्षी महाराज और उनके दो भतीजों पर गैंगरेप की शिकायत दर्ज कराई. उनके मुताबिक, पीड़ित महिला और उसके पुरुष दोस्त पर साक्षी महाराज और उनके लोगों ने तब हमला किया था, जब वे आगरा से एटा आ रहे थे. महाराज को इस केस में एक महीना तिहाड़ जेल में भी बिताना पड़ा. बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. दस साल पहले उनके खिलाफ फर्रुखाबाद में बलात्कार का एक का आरोप लगा था. यह आरोप उनके ही आश्रम की एक शिष्या ने लगाया था.

    स्‍वामी सदाचारी
तत्‍कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी समेत कई बड़े राजनेताओं के आध्‍यात्‍मिक गुरु रहे स्‍वामी सदाचारी को वेश्‍यालय चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

    संत भीमानंद महाराज
दिल्ली से पकड़े गए इच्छाधारी बाबा उर्फ संत भीमानंद महाराज का असली नाम शिवमूरत द्विवेदी है. वह चित्रकूट के चमरौहा गांव का रहने वाले हैं. जेल से छूटने के बाद ये स्वामी खुद को साईं बाबा का अवतार बताने लगे. 12 साल में ही इस स्वामी ने करोड़ों की संपत्ति बना ली. ये बाबा चित्रकूट में प्रवचन की आड़ में सेक्स रैकेट चलाया करते थे. स्वयंभू बाबा को कथित तौर पर वेश्यावृत्ति चलाने के आरोप में मकोका के तहत गिरफ्तार भी किया गया था. इच्छाधारी को शिव मूरत द्विवेदी के नाम से भी जाना जाता है. इच्छाधारी बाबा के कई बार सेक्स रैकेट में भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं. इसमें श्रीनिवासपुरी में सेक्स रैकेट (1998), लाजपतनगर सेक्स रैकेट (1997), नोएडा सेक्स रैकेट (2003) और 2010 साकेत में सेक्स रैकेट शामिल है.

    सत्य साईं बाबा
आंध्र प्रदेश में पुट्टपर्थी के सत्य साईं बाबा के ऊपर भी यौन शोषण और लोगों को बरगलाने के आरोप लगते रहे हैं. उनके आश्रम में कथित स्कैंडलों की भी खबरें सामने आईं. बाबा के खिलाफ यौन व्यवहार संबंधी सवाल भी खड़े हो चुके हैं. हालांकि, बाबा ने इसे उनके विरोधियों की साजिश कहकर खारिज कर दिया था. उन पर हाथ की सफाई को चमत्कार कहकर लोगों के भ्रमित करने का देश में ही नहीं विदेशियों ने भी आरोप लगाया था. बाबा पर हवाला, सेवा परियोजनाओं के निष्पादन में धोखाधड़ी और हत्या के भी आरोप लगे. सत्य साईं बाबा की 24 अप्रैल 2011 को मृत्यु हो गई थी.

    स्‍वामी प्रेमानंद
स्‍वामी प्रेमानंद का चेहरा काफी कुछ सत्‍य साईं बाबा से मिलता था और उसकी प्रस‍िद्धि की ये भी एक बड़ी वजह थी. प्रेमानंद को 13 लड़कियों से बलात्‍कार करने का दोषी पाया गया था. साईं बाबा की तरह विभूति निकालने के अलावा वह अपने पेट से शिवलिंग भी निकालता था.

    श्रीमूरत द्विवेदी
इच्‍छाधारी संत स्‍वामी भीमानंद को ‘महाराज चित्रकूट वाले’ के नाम से भी जाना जाता है. उसे अपने आश्रम में सेक्‍स रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

    योगी कौशलेन्द्र
हाल ही में भाजपा के पूर्व विधायक योगी कौशलेन्द्र नाथ लखनऊ स्थित अपने आवास पर नौकरानी के साथ रंगरेलियां मनाते पकड़े गए. नौकरानी का पति मौके पर पहुंचा तो ये सब देख आगबबूला हो गया. अब इस बात का तो जांच के बाद ही पता चलेगा कि इस विधायक यह खेल कितने दिनों से चलता आ रहा है. नौकरानी के पति ने पूर्व विधायक के खिलाफ दूसरे की पत्नी को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने के मामले में शिकायत दर्ज कराई है.

    राधे मां
खुद को देवी बताने वाली राधे मां पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगा था. इस घटना के बाद एक न्यूज चैनल पर राधे मां के दरबार में शामिल हो चुकी एक महिला वकील ने राधे मां पर अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया था.(source-kohraam)

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