सिर्फ चंदन ही नहीं गाँधी से लेकर गौरी लंकेश, कलबुर्गी, पानसरे, दाभोलकर भी हिन्दू ही थे


*सिर्फ चंदन हिन्दू नहीं था*
*हिन्दू तो गांधी भी थे जिनकी हत्या पर मिठाई बांटी जा रही थी ,हिन्दू तो गौरी लंकेश भी थी जिसकी मौत पर तुम उसे कुतिया लिख रहे थे ,हिन्दू तो प्रकाश पांडे भी थे जिनकी मौत तुम्हारे आका की नोटबन्दी से हुई ,हिन्दू तो वो 100* **लोग भी थे जो लाइनों में लगकर मर गए ,हिन्दू तो लाखों लोग भी थे जिनका रोजगार चला गया ,हिन्दू तो वो संतोषी भी थी जो आधार कार्ड के चक्कर मे मर गयी ,हिन्दू तो** गुरुग्राम की वो बच्चियां भी थीं जिनका गैंगरेप हुआ ,वहीं जहां कमलगट्टों की सरकार है,हिन्दू तो उस बस के बच्चे भी थे जिन पर पत्थर चले ,हिन्दू तो गोरखपुर के वो बच्चे भी थे जो ऑक्सीजन की कमी से मर गए ,हिन्दू तो वो बच्चे भी हैं जिनकी स्कालरशिप रोक दी गयी ?
इतना सेलेक्टिव हिंदुत्व ?? आखिर क्यूँ ??
-अंशुल कृष्णा

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