दुनिया में एक ऐसी प्रजाति भी हैं जहां की औरतें 65 साल तक रजस्वला होती हैं और उस उम्र तक बच्चों को जन्म भी देती हैं। इस जनजाति की खूबियां जाननी हैं तो आपको पूरी खबर पढ़नी होगी।
ये लोग खूब खूबानी खाते हैं। ये लोग इतने सुंदर दिखाई देते हैं जैसे ये लोग इस धरती के नहीं बल्कि आसमान से आए कोई देवता या अप्सरा हों।
उत्तरी पाकिस्तान के पहाड़ ही इनके घर हैं। इनकी संख्या 87 हजार के आसपास है। ये लोग इस मामले में खास हैं क्योंकि इनका जीवनकाल डेढ़ सौ साल से भी ऊपर है।
इनमें से अधिकतर लोग बिना किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या के अपना जीवन जीते हैं। कहते हैं कि इनमें से कुछ तो 160 साल तक भी जिंदा रहते हैं।
वो बीमार पड़ते हों ऐसा बहुत कम देखा या सुना गया है। ट्यूमर जैसी बीमारी का तो उन्होंने कभी नाम ही नहीं सुना।
हुंजा की औरतें तो 65 साल की उम्र तक बच्चों को जन्म देती हैं। इन लोगों को देखकर आप ये अंदाजा लगा सकते हैं कि खानपान और अच्छी जीवनशैली लोगों के जीवन को प्रभावित करती है।
हुंजा के लोग शून्य के भी नीचे के तापमान पर बर्फ के ठंडे पानी में नहाते हैं। ये लोग वही खाना खाते हैं जो ये खुद उगाते हैं। ये खूबानी, मेवे, सब्जियां और अनाज में जौ, बाजरा और कूटू ही खाते हैं।
ये खाते कम हैं और टहलते ज्यादा हैं। 15 से 20 किलोमीटर तक टहलना इनकी जीवनशैली में शामिल होता है। साथ ही साथ हँसना भी इनकी जीवनशैली में शामिल होता है।
डॉक्टरों ने भी ये माना है कि इनकी जीवनशैली ही इनकी लंबी आयु का राज है।