सूबे में सरकार बदल गई लेकिन हालात बदलने का नाम ही नहीं ले रहे। जहां कुछ दिन पहले सीएम योगी ने प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए हाईटेक एंबुलेंस शुरू की है, वहीं यह घटना व्यवस्थाओं को असली चेहरा दिखा रही है। यह घटना है केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल के संसदीय क्षेत्र की। यहां एंबुलेंस के अभाव में एक बीमार बहन ने भाई के कंधे पर प्राण त्याग दिए।
सीएचसी मड़िहान से जिला चिकित्सालय रेफर की गई महिला को बुधवार को एंबुलेंस नहीं मिली। उसने दूसरे वाहन की तलाश में दौड़ रहे भाई के कंधे पर ही दम तोड़ दिया। तहसील क्षेत्र के ददरा पहाड़ी की सावित्री (22) पत्नी शिवकुमार मायके जुड़िया गांव में रह रही थी। आठ माह पूर्व सरकारी अस्पताल में उसने बच्चे को जन्म दिया था। उसी समय से वह बीमार रहने लगी थी।
धीरे-धीरे उसकी तबीयत अधिक खराब होने पर बुधवार की सुबह घर वाले उसे गांव के ही एक डॉक्टर के पास ले गए। वहां उसने सूई लगाई तो कुछ देर बाद सावित्री बेहोश हो गई। इसके बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। वहां डॉक्टर कौशल कुमार ने हालत गंभीर देख उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। महिला को ले जाने के लिए घर वालों ने 108 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस बुलाई तो एंबुलेंस कर्मी ने दो घंटे बाद आने के लिए कहा।
मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विधु गुप्ता ने कहा कि महिला नाजुक अवस्था में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आई थी। उसे जिला अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस बुलाई गई थी लेकिन उससे पहले ही उसने दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य केंद्र पर शव वाहन नहीं है। परिवार वाले उसे कैसे ले गए, इस बारे में कोई जानकारी नहीं।