दारोगा को भीड़ से घिरा देख फजलगंज इंस्पेक्टर सुनील सिंह ने ललकारा, लेकिन उपद्रवी पीटने से बाज नहीं आए। इस पर इंस्पेक्टर ने सर्विस रिवाल्वर निकालकर गोली मारने की धमकी देते हुए उपद्रवियों को दौड़ा लिया। इसके बाद जाकर दारोगा की जान बच सकी। लहूलुहान हालत में उन्हें रामाशिव हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
अस्पताल में नाबालिग से रेप से भड़की पब्लिक, पथराव-सड़क जाम
यूपी के कानपुर में शुक्रवार को न्यू जागृति हॉस्पिटल में एक वॉर्ड बॉय पर वहां भर्ती नाबालिक लड़की से रेप का आरोप है। बताया जा रहा है कि वॉर्ड बॉय ने वहां भर्ती लड़की को नशीला इंजेक्शन लगाकर उसके साथ रेप किया। आईसीयू में एडमिट लड़की ने शुक्रवार सुबह परिवार को यह बात बताई तो सब हैरान रह गए।
अगले दिन रेप की खबर से गुस्साए लोगों ने अस्पताल पर जमकर पथराव किया। घटना की जानकारी मिलने के बाद सुबह-सुबह लोगों ने बर्रा स्थित न्यू जागृति नर्सिंग होम पर धावा बोल दिया। आगबबूला भीड़ ने नर्सिंग होम को तत्काल बंद कराने के लिए जमकर पत्थरबाजी की।मौके पर अफरा-तफरी का माहौल रहा।
एनजीओ संचालिका समेत 29 नामजद, 10 गिरफ्तार
कानपुर साउथ बर्रा के कर्रही रोड स्थित न्यू जागृति हॉस्पिटल बंद कराने की मांग को लेकर हुए बवाल में पुलिस ने फाइटर गर्ल्स एनजीओ संचालिका प्रतिक्षा कटियार और उसकी सदस्य तान्या गुप्ता समेत 29 नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
बर्रा चौकी इंचार्ज रविशंकर त्रिपाठी की तहरीर पर उपद्रवियों के खिलाफ बलवा, मारपीट, पथराव, सरकारी काम में बाधा और सेवन सीएलए की धाराओं में कार्रवाई कर पीड़िता के दो रिश्तेदारों समेत दस को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा, लेकिन भारी फोर्स के चलते उनकी एक नहीं चली। एसओ प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि बवाल में पीड़िता के रिश्तेदार जर्नादन, राकेश गुप्ता के अलावा अवधेश, शैलेंद्र सिंह, गौरव, अभिषेक यादव, अमन राजपूत समेत दस को गिरफ्तार किया गया है। अन्य की गिरफ्तारी के दबिश जारी है। इसके अलावा वीडियो फुटेज और फोटो से उपद्रवियों की पहचान कराई जा रही है।
दो घंटे तक दौड़ती रही दहशत
बर्रा के कर्रही रोड पर बवाल के चलते दो घंटे तक दहशत का माहौल रहा। पथराव और लाठीचार्ज के चलते डरे-सहमे इलाकाई दुकानदार दुकानें बंद करके चले गए। सड़क पर हंगामा होता देख राहगीरों ने भी रास्ता बदल दिया। उपद्रवियों को काबू करने के लिए पहुंचे भारी फोर्स के चलते बाद में कर्रही रोड छावनी में तब्दील हो गई। देर रात तक भारी फोर्स हॉस्पिटल के आस-पास और कर्रही रोड पर तैनात रहा।
दोबारा मेडिकल के लिए बनाया दबाव
पीड़िता के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस हॉस्पिटल वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, बल्कि उन पर ही बेटी का दोबारा मेडिकल कराने का दबाव बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं उनके और परिवार वालों पर कार्रवाई और जेल भेजने की धमकी देकर जबरन दोबारा मेडिकल कराने का प्रार्थनापत्र भी लिखवा लिया है।
दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किए गए मरीज
बवाल और पथराव के चलते अस्पताल में भर्ती मरीज और तीमरदार दहशत में आ गए। डीएम और डीआईजी के पहुंचने पर मरीजों के तीमारदारों ने सुरक्षा की मांग की। इस पर अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों को नौबस्ता के आवास विकास हंसपुरम स्थित दूसरे जागृति हॉस्पिटल में शिफ्ट करवा दिया।(myzavia)