प्लास्टिक का इस्तेमाल हम सभी करते नहीं, और इसका इस्तेमाल कई प्रकार से हम अपनी ज़िन्दगी में लगभग रोज़ ही रोज़ करते हैं, हम आजकल प्लास्टिक की बोतल में ही पानी पीते हैं चाहे हम घर में हो या कही सफर में जा रहे हो या किसी ट्रिप पर हो हम हर जगह पानी पीने के लिए प्लस्टिक की बोतल का ही इस्तेमाल करते हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं इस तरह से प्लास्टिक की बोतल में पानी पीना किस तरह करता हैं हमारा स्वास्थ्य खराब, अगर नहीं तो यहाँ हम आपको बताएंगे प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने के नुक्सान.
प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने के नुक्सान:
प्लस्टिक की बोतल कई सारे केमिकल्स से मिल के बनी होती हैं, जो पानी के गरम होते ही उसमे मिल जाते हैं, जो पानी के ज़रिये यह केमिकल्स हमारे पेट में पहुँच जाते हैं, जिसके कारण हमे कई प्रकार के नुक्सान होते हैं, इसमें पानी पीने से हार्ट डिजीज, पैदा हुए बच्चे को खतरा, गर्भवती महिला को खतरा, पेट की दिक्कते आदि ऐसे ही केई बीमारीयां हैं जिसके होने का खतरा निरंतर बना रहता हैं.
न्यू बोर्न बेबी में हो सकता हैं जन्म दोष:
अगर आप अपने नवजात शिशु को पानी प्लास्टिक की बोतल में पिलाती हैं तो इसमें पाए जाने वाले केमिकल्स इसके द्वारा बच्चे के पेट में चले जाते हैं, जिससे उसमे जन्म दोष तक हो सकता हैं , जिससे आगे चल कर बच्चे को ब्रेस्ट कैंसर वा प्रोस्टेट कैंसर तक हो सकता हैं, जो की काफी खतरनाक बिमारियां हैं.
ब्रेन हो जाता हैं कमज़ोर:
प्लस्टिक की बोतल बीसेफनॉल केमिकल से मिल कर बना होता हैं, जो हमारे दिमाग को कमज़ोर बनाता हैं , इसके कारण याददाश्त कमज़ोर हो जाती हैं और दिमाग पर इसका गहरा असर पड़ता हैं.
कब्ज़ की बिमारी:
अगर आप प्लास्टिक की बोतल में पानी पीते हैं, और आपकी बोतल हफ़्तों से धुली नहीं हैं तब भी आप इसका इस्तेमाल लगातार कर रहे हैं तो इसके दूषित तत्व आपके पेट में जाकर आपको कब्ज़ की बिमारी से पीड़ित कर सकते नहीं और पेट की बिमारियों का कारण बन सकते हैं.
मिसकैरेज का खतरा जाता हैं बढ़:
महिलाये जो की गर्भवती हैं उनमे मिसकैरेज का खतरा दो गुनाबढ़ जाता हैं अगर वो प्लास्टिक की बोतल में लगातार पानी का सेवन कर रही हैं जिन महिलाओ का पहले ही एक बार मिसकैरेज हो चुका हैं उनको इससे दूर रहना चाहिए.
कैंसर होने का होता हैं खतरा:
हवाई के कैंसर हॉस्पिटल के रिसर्च के अनुसार प्लास्टिक के बोतल का पानी कैंसर होने के खतरे को बढ़ा देता हैं, जब प्लास्टिक के बोतल में पानी रखा हो और वो किसी कारणवश गरम हो जाता हैं, तो प्लास्टिक में मौजूद केमिकल्स डी ऑक्सीजन का रिसाव शुरू हो जाता हैं और यही तत्व हमारे शरीर में चला जाता हैं.
यह हमारे सेल्स पर बुरा असर डालता हैं, जिससे महिलाओ में ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बाढ़ जाता हैं. प्लास्टिक के सामन के उपयोग से 90% कैंसर की संभावना होती है. यह वैज्ञानिकों द्वारा प्रमाणित किया गया है.
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