पूरे भारत में सिर्फ वहीं पर पैलेट गन इस्तेमाल करी गईं जिससे सैकड़ों लोग अन्धे हो गये, अयूब पण्डित उसी चौक पर लोगों के वीडियो बना रहे थे जहां सुरक्षा बलों द्वारा पहले भी कई लोगों को मार डाला गया था, जब लोगों ने इस बात पर उनसे झगड़ा किया तो उन्होंने गोली मारकर दो युवकों को घायल कर दिया, वर्षों से एकत्र गुस्सा, निराशा और बेइज्ज़ती के अहसास के बाद कश्मीरियों के सामने दो घायल साथी थे और उन्हें गोली मारने वाला पुलिस वाला भी मौजूद था, कश्मीर के मुद्दे पर आप जितना ज़्यादा नफरत का तड़का लगायेंगे उतना नुकसान में रहेंगे, हिंसा बुरी लगती है तो पूरी हिंसा को समझना जरूरी है, ऐसा नहीं हो सकता कि सरकार की सौ किलो हिंसा पर आप गर्व करें और प्रतिरोध में छटांक भर हिंसा के खिलाफ फेसबुक रंग दें,
सनसनीखेज : कश्मीरी महिलाओ से बलात्कार, लोगों के हत्या का विडियो बनाता था अयूब पंडित -हिमांशु कुमार
अयूब पण्डित उस सरकार के प्रतिनिधि थे जो कश्मीर के बारे में किये गये वादे की कभी बात नहीं करती, कश्मीर में हजारों हाफ विडो महिलायें हैं जिनके पतियों को सरकारी बलों ने गायब कर दिया है, सैंकड़ों महिलाओं के साथ बलात्कार किये गये हैं, विरोध करने वालों को गोली से भून डाला गया,
असल में सरकार द्वारा करी गई हिंसा आपकी अपनी हिंसा है, आप अगर सरकारी हिंसा के समय चुप रहते हैं तो आप उसका समर्थन कर रहे हैं, ऐसा नहीं हो सकता कि आप तो हिंसा करें और सामने वाले से अहिंसा की उम्मीद करें, अहिंसा चाहिये तो हिंसा का विरोध शुरू कीजिये, अहिंसा चाहिये तो जो लोग अहिंसक बातचीत के मार्फत मसलों का हल करने का सुझाव देते हैं उन मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की बात सुनिये उन्हें समस्या के समाधान में शामिल कीजिये, ऐसा नहीं हो सकता की शांति वादियों को तो आप गालियां बकें, इसके बाद जनता पर फौज चढ़ा दें और फिर हाय हिंसा हाय हिंसा चिल्लायें,
(डिस्क्लेमर-उपरोक्त आरोप एवं विचार लेखक के निजी विचार है. सोशल डायरी का कोई सरोकार नहीं., इस लिंक को क्लिक कर जाने और भी खुलासे)
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