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गोरखपुर। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आज गोरखपुर पहुंचे हैं। देश का कथित मेनस्ट्रीम मीडिया उनकी कवरेज देने में व्यस्त है। लेकिन उसी गोरखपुर में ईवीएम के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। इसपर मीडिया को कोई इंट्रेस्ट नजर नहीं आ रहा। देश में 31 राज्यो के 550 जिलों में Evm के खिलाफ “राष्ट्रव्यापी लोकतंत्र बचाओ आंदोलन” चल रहा है। इस आंदोलन के प्रथम चरण में देश के 550 जिलों में 72 घंटों का धरना प्रदर्शन होना है। भारत मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम के नेतृत्व में आरम्भ हुए इस आंदोलन के क्रम में गोरखपुर जिला मुख्यालय पर भी 3 दिवसीय धरना प्रदर्शन शुरू हुआ।
उल्लेखनीय है कि वामन मेश्राम वर्ष 2013 से evm मशीनों के द्वारा चुनाव पर रोक लगाने को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। गोरखपुर जिलाधिकारी कार्यालय पर इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के विरुद्ध आयोजित इस धरना प्रदर्शन को भारतीय विद्यार्थी मोर्चा, रास्ट्रीय अत्याचार निवारक शक्ति, पासी एकता मंच, शक्ति मुक्ति महासंग्राम सहित तमाम संगठनों ने अपना समर्थन दिया।
धरना प्रदर्शन में आए लोगों को संबोधित करते हुए वकील निषाद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अहवेलना कर बिना vvpat लगाये कराये गए 2017 के चुनाव को रद्द होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आयोग ने केवल 20 जगहों पर vvpat लगाकर खानापूर्ति की है, जो की लोकतंत्र के साथ धोखा है।
एडवोकेट विक्रम दास ने कहा कि चुनाव आयोग आकंठ भ्रष्टाचार में डूबा है, आयोग ने संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए लगातार चुनाव कराये जा रहा है। उन्होंने कहा कि दुनिया के विकसित राष्ट्रों ने evm को प्रतिबंधित कर रखा है, साथ ही हमारे सुप्रीम कोर्ट ने भी 8 अक्टूबर 2013 के आदेश में ये स्पस्ट किया है कि evm भरोसे के लायक नहीं है। इन सारी बातों के बाद भी आयोग द्वारा चुनावो में evm का प्रयोग एक मानसिकता बिशेष पार्टियों के लाभ पहुचाने की सोची समझी साजिश है।
दिलीप कुमार सुमन ने कहा कि लोकतंत्र भारत की आत्मा है और निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव से ही लोकतंत्र मजबूत होता है, परंतु देश में evm प्रयोग कर चुनावों में धांधली कर लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास है, हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। छात्रनेता सोनू सिद्धार्थ ने कहा कि देश में evm के खिलाफ बोलने वालों को जेल भेजा जा रहा है। हैदराबाद के सॉफ्टवेयर इंजीनियर हरी प्रसाद मुरली ने खुलासा किया था कि evm में 9 प्रकार से गड़बड़ी की जा सकती है और ये कहीं से भी सुरक्षित नहीं है। लेकिन इतना बड़ा खुलासा करने वाले को जेल भेज दिया गया।
उन्होंने कहा कि हम सरकार के दमन से डरने वाले नही, लोकतंत्र बचाने की मुहिम में हम छात्र अपना सर्वस्व न्योछावर कर देंगे। इस धरने का नेतृत्व एडवोकेट अनिल कुमार ने किया। इस धरने में भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।(नेशनल दस्तक)
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