विश्व के तमाम नास्तिको को चैलेंज
लगभग 14,96,00,000 किलोमीटर दूर यानी धरती से सिर्फ 15 मिनिटबिना पलक झपकाए देखने वाले को मैं उस अल्लाह से रूबरू कराने का वादा करता हूँ जिसने कायनात बनाई.
-अहेमद कुरेशी-
लेकिन तुम यह हरगिज नहीं कर सकोगे, तुम्हारी शक्ति यहीं ख़त्म हो जायेगी. तब अंदाजा लगाओ सूरज जैसे अनगिनत गृह कायनात बनाने वाले को देखने की औकात विश्व के किसी इंसान में नहीं. फिर चाहे वह आस्तिक हो या बास्तिक.
लेकिन तुम यह हरगिज नहीं कर सकोगे, तुम्हारी शक्ति यहीं ख़त्म हो जायेगी. तब अंदाजा लगाओ सूरज जैसे अनगिनत गृह कायनात बनाने वाले को देखने की औकात विश्व के किसी इंसान में नहीं. फिर चाहे वह आस्तिक हो या बास्तिक.
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