(सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने जो फरमा दिया वो हो के रहेगा
इन्ही हदीस को ध्यान मे रखकर दज्जाली लश्कर अपनी चाले चल रही है, अफगानिस्तान की अहमियत को
अमेरिका अच्छे से जानता है, इसलिये बिना किसी दुनियावी मफाद के कई सालो से अफगान मे घुसा हुआ है, उसको मालूम है, कि उसकी सुपर पावर हुकूमत को पैरो तले रौंदने वाला लश्कर इसी इलाके से निकलेगा..!
और उसको ये भी पता है कि मुल्के_शाम (सिरीया) की क्या अहमियत है वो अच्छी तरह से जानता ही की
इमाम_महदी का हेडक्वाटर गोता मे होगा जो गोता को पुरी तरह बर्बाद करना चाहता है।।
दज्जाली लश्कर सोच रहे है की हम अपनी ताकत के
बदौलत सब बदल देगे, लेकिन इंशा अल्लाह होगा वही जो हमारे नबी ने फरमाया है दिया है, और
अल्लाह ने चाहा तो बहुत जल्द तुम्हारी जिंदगी की शाम,
मुल्क शाम मे होगी …!!
एक रोज सब ख़ाक होंगे मुसलमानों पे कहर ढाने वाले
खुदा के इंसाफ से कोई न बचा ना बचेगा!!!