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ट्विन टावर अटैक के बाद एक बात अमेरिकन योरोपियन मीडिया द्वारा प्रिप्लांड तरीके से वाइरल की गई कि हवाई जहाज़ के टकराने से ठीक पहले मुहम्मद अता ने कहा कि जश्न मनाओ साथियो … हमने कुरान को अपनाया और अब हम जन्नत जाने वाले हैं । निशाना सीधा कुरान को लेकर प्रोपेगेंडा करने का था एक पादरी तो इतना जज़्बाती हो गया कि उसने कुरान को सार्वजनिक जलाने की घोषणा करदी पादरी और मीडिया के इस प्रोपेगेंडा ने योरोप में कुरान को लेकर इतनी जिज्ञासा पैदा करदी की योरोप में कुरान की पूर्ति होना मुश्किल हो गयी ।
प्रिंट से ज्यादा ऑर्डर थे , और बेश्तर महिलाओं की संख्या ज्यादा थी जो कुरान खरीदने के लिए कई दिनों तक बुक स्टोर के चक्कर लगाती रहीं और जब कुरान को इस हद तक पढ़ा गया कि आज योरोप में यह संकट पैदा हो गया है कि आख़िर कैसे रोकें युवाओं को मुसलमान होने से धर्म परिवर्तन कर मुसलमान होने की जैसे योरोप में उसी वक़्त से हवा चल रही है मैं शुक्रिया अदा करती हूँ फासिज़्म का , सैफरोनिज़्म का , संघ का , अदालतों का और सरकार का और सबसे बढ़ कर मीडिया का मैं दिली साधुवाद देती हूँ मीडिया को जो कि एक नई सुबह, नई बेदारी नए इंकलाब के लिए मुसलमानो को ज़मीन तैयार करके दे रही है साधुवाद देती हूँ कि मुस्लिम कौम को टीवी पर लगातार प्रसारण देते रहने के लिए ब्राह्मणवाद हार्ड है पर स्मार्ट नही है …
जो स्मार्ट होता तो दुनिया का सबसे बड़ा धर्म परिवर्तन का गहवारा भारत न बनता … हालांकि अपनी कोशिशों से ब्रह्मानिज़्म ने इस परिवर्तन को रोकने की कोशिश की होगी . … लेकिन यह इस्लाम है मेरी जान , प्रतिकूल ही तो इस्लाम के अनुकूल है इतिहास गवाह है. 9/11 के बाद 10 महीने में 34 हज़ार युवाओं ने इस्लाम को अपनाया अकेले अमेरिका में 9/11 के बाद 9 महीने में 28 हज़ार युवाओं ने इस्लाम को स्वीकार किया यूरोप में न तलवार ,न तोप, तो क्या ??
‘इस्लाम अपनाने वाले महिलाओ और पुरुषों के विचार’ पेज से साभार
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