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लखनऊ (राजीव )- योगी आदित्यनाथ बहुत जल्द ही पूर्व मुख्यमंत्री कहलाये जा सकते हैं और मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को हटाये जाने के संकेत मिल रहे हैं | बीआरडी मेडिकल कालेज में मासूम बच्चों की मौत का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए खतरे की घंटी हो सकता है | मासूमों की मौत ने प्रदेश भाजपा में भी खलबली मचा कर रख दी है | अब यह भी सवाल उठने लगे हैं की योगी आदित्यनाथ प्रदेश को नहीं संभाल पा रहे हैं | सीएम की कुर्सी पर योगी आदित्यनाथ के बैठने के बाद प्रदेश भाजपा के अन्दर ही कुछ लोगों के गले से यह बात आसानी से उतर भी नहीं रही थी | प्रदेश अध्यक्ष और सीएम के बीच तालमेल का अभाव लगातार दिखता रहा | अभी कुछ दिन पहले ही कुछ सांसदों ने भी प्रदेश सरकार के रवैये पर भी एतराज जताया था | जो बदलाव के संकेत मिल रहे हैं उसमे प्रदेश अध्यक्ष का भी बदलाव होना है जिस पर भाजपा में अपनी अलग छवि के लिए जाने- जाने दिनेश शर्मा को प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाया जा सकता है |
दिल्ली बुलाये जा चुके हैं दिनेश शर्मा
सूत्रों के हवाले से जो खबर आ रही है उसमे सीएम की कुर्सी पर वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या को कमान दी जा सकती है | प्रदेश संगठन और सरकार के बीच तालमेल न हो पाने की ख़बरों के बीच यह भी खबर आ रही थी कि केशव मौर्या को केंद्र सरकार की कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है लेकिन इन अटकलों को खुद ही केशव प्रसाद मौर्या ने ख़ारिज कर दिया था | नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में दिनेश शर्मा का नाम चलाया जा रहा है जिनके बारे में यह भी खबर आ रही है कि उन्हें कुछ दिन पहले दिल्ली बुलाया भी गया था |गोरखपुर में हुई मौत ने भाजपा सरकार की साख पर भी बट्टा लगा दिया है |
पीएमओ रखे है पूरी नजर
प्रधानमंत्री कार्यालय बीआरडी मामले पर पूरी नजर रखे हुए है और जिस तरह से लापरवाही बरती गई उसको लेकर प्रधानमंत्री खुद बेहद नाराज हैं | सूत्र यह भी बताते हैं कि दिनेश शर्मा प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर नहीं बैठना चाहते हैं और मंत्री ही बने रहने चाहते हैं | गोरखपुर में मासूमों की मौत के बाद जिस तरह से प्रदेश सरकार द्वारा उसको सँभालने के बजाय बयानबाजी की गई वह भी सीएम योगी और मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के लिए मुश्किल पैदा कर दी है | विपक्ष उनके इस्तीफे की मांग करने लगा और जिस तरह से सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बयान दिया वह भाजपा के ही लोगों को अच्छा नहीं लगा | (साभार)
प्रधानमंत्री कार्यालय बीआरडी मामले पर पूरी नजर रखे हुए है और जिस तरह से लापरवाही बरती गई उसको लेकर प्रधानमंत्री खुद बेहद नाराज हैं | सूत्र यह भी बताते हैं कि दिनेश शर्मा प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर नहीं बैठना चाहते हैं और मंत्री ही बने रहने चाहते हैं | गोरखपुर में मासूमों की मौत के बाद जिस तरह से प्रदेश सरकार द्वारा उसको सँभालने के बजाय बयानबाजी की गई वह भी सीएम योगी और मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के लिए मुश्किल पैदा कर दी है | विपक्ष उनके इस्तीफे की मांग करने लगा और जिस तरह से सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बयान दिया वह भाजपा के ही लोगों को अच्छा नहीं लगा | (साभार)
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