बहुजनो की मोस्टपा का रिकॉर्ड ब्रेक अधिवेशन, स्वघोशितो के डगमगाए कदम

SocialDiary
दिनांक23/07/2017को The Most People Asossion का प्रथम राज्य अधिवेशन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुवा।
द मोस्ट पीपल असोसिएशन ने काफी कम दिनों में सफलता पाई है. मोस्टपा संगठन का निर्माण बहुजन हित चाहने वाले  कार्यकर्ताओं ने किया है. जिनको काफी कम समय मेंविभिन्न राज्य से हाजारो बहुजनो के हित के लिए कार्य करने की चाह रखने वाले कार्यकर्ताओं ने समर्थन दिया है.मोस्टपा बहुजनो का संगठन है जो बहुजनो के समस्याओं पर काम करेगा ना केवल भाषणबाजी. संगठन के राष्ट्रिय अध्यक्ष ने बताया की इस संगठन में किसी के साथ भी अन्याय नही होगा और ना ही किसीके साथ जातीय भेद. ठगों से सावधानी बरतने की सुचना भी दी गयी.
 
इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एडवोकेट बी एम सिंह राष्ट्रीय प्रधानमहासचिव मोस्टपा डॉ विनोद सम्राट मौर्य प्रदेश महासचिव मोस्टपा, माननीय रामानन्द निषाद मोस्टपा, इंजीनियर सुनील कुशवाहा (राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रगति शील समाज पार्टी),  एडवोकेट लवलेश वर्मा
मुख्य अतिथि डॉ एस अकमल (राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोस्टपा)
अध्यक्षता एडवोकेट जे एस कश्यप(राष्ट्रीय अध्यक्ष मोस्टपा)


 

 
विशेष सुचना
*देश मे एक ऐसा #संघठन भी है जो स्वयं को #आर०_एस०_एस० के बराबरी का संघठन मानता है । और उस संघठन के लोगो को यह गलतफहमी भी है कि #ब्राह्मण उनसे व उनके संगठन से डरता है । पर सच्चाई यह है कि वह दिमाग रूप से इतने पीड़ित हो गये है केवल अपने #आका की सुनते है और सबको सुनाने की कोशिश करते है ।*
पर देखने कि बात यह है ये लोग भाषण तो अच्छा देते है
और समाज को #आजादी का सपना दिखाकर करोड़ो रूपये फंड इकट्ठा करते है पर समाज को ठगने वाले ये ठग मुसीबत मे कभी समाज का साथ नही देते । और कहीं कौने मे जाकर अपना मुँह छिपाकर बैठ जाते है और तब बाहर आते है जब इनका फोटो खींचने का समय आ जाता है ।

*अगर इनसे कोई सवाल जवाब करे तो कहते है कि आप ब्राह्मणो से मिल गये हो ।*
ये साले आजकल अम्बेडकरवादी होने का #सर्टिफिकेट बांटते है इनके साथ काम करो तो बहुत बडे #अम्बेडकरवादी नही करोगे तो आप मनुवादी हो जाओगे ।
जैसा *आर एस एस  राष्ट्रभक्ति का सर्टिफिकेट* देता है ।

इनका एक #भयानक_चेहरा यह भी है कि किसी भी बढ़िया से #पैसे वाले समाज मे अच्छी छवि वाले जवान लडके को पकडते है और उसके पैसे का दुरुपयोग और दौलत से भी अधिक बेशकीमती समय को संघठन के विस्तार मे लगाते है ।
और जब 4 5 साल तक उसके जेब का पैसा और शरीर की ऊर्जा ( energy ) कम होने लगती है तो उस से किनारा करना शुरू कर देते है और  नया #बकरा ढूंढते है । ताकि एक समय तक उसको भी रोजाना हलाल किया जा सके ।

मेरे जितने भी नौजवान साथी अगर ऐसे किसी संघठन से जुड़े है तो उनसे कहना चाहूंगा कि वक्त है सम्भल जाना वरना समय निकाल गया तो किसी लायक ना रहोगे । धन्यवाद ।।
डॉ. एस अकमल
सहारनपुर  ( उ० प्र० )

loading…
CITY TIMES

More From Author

सोशल डायरी की ख़ास पेशकश जो आपको मंत्रमुग्ध कर दे

दुनिया पर ग़ालिब होगा मजहब ISLAM -जर्मन हस्तलिपि

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *